नई दिल्ली: बुलेट रेल का प्रोजेक्ट इन दिनों रफ़्तार पकड़ रहा है और सभी रेलवे अपनी ओर से बुलेट रेल को लाने की तैयारी में जुट गए हैं. फिलहाल जापान से पहल की कोई सुनवाई नहीं हुई है लेकिन सभी को जापान से पहल होने का इंतज़ार है. बुलेट रेल के प्रोजेक्ट के फिसिबिलिटी रिपोर्ट के अनुसार हर दिन ट्रेन में 18 हजार यात्री सफ़र कर सकेंगे और आगे आगे आने वाले समय में इन यात्रियों की संख्या बढ़ाकर 1 लाख तक कर दी जाएगी.
बिहार : अब मेडिटेशन सेंटर में हुआ 29 नाबालिग बच्चों का यौन उत्पीड़न, बौद्ध भिक्षु गिरफ्तार
इस प्रोजेक्ट की सबसे बड़ी ख़ास बात यह होगी कि हर स्टेशन एक मल्टीमोडेल ट्रांजिट हब होगा, इसका मतलब है कि हर यातायात के साधन को स्टेशन से जोड़ा जाएगा. स्टेशन जाने के लिए बस, मेट्रो, ट्रेन, ऑटो सभी को रेलवे स्टेशन से जोड़ दिया जाएगा जिससे कि यात्रियों को फायदा हो और वह ट्रैफिक जाम में न फंसे. आपको बता दें कि पहला ट्रांजिट हब साबरमती में तैयार किया जा रहा है जिसके लिए ग्रीन बिल्डिंग तैयार करने के लिए टेंडर भी जारी कर दिए गये हैं.
नोटबंदी गलती नहीं बड़ा घोटाला : राहुल गांधी
हब को 7वी मंजिल पर बनाकर तैयार किया जाएगा जिसमे होटल और कार्यालय भी बनाए जाएंगे. कुछ समय पहले यह दावा किया गया था कि यह प्रोजेक्ट साल 2022 में बनाकर तैयार किया जाएगा लेकिन अब कहा जा रहा है कि इसे साल 2023 तक बनाकर तैयार किया जाएगा. बुलेट ट्रेन भूकंप रोधी व्यवस्था को ध्यान में रखकर बनाई जाएगी. जब भी कभी भूकंप का अहसास होगा तो ट्रेन स्टेशन पर ही रुक जाएगी.बुलेट ट्रेन बनाने के दौरान पर्यावरण का भी ख़ास ध्यान रखा जा रहा है.
खबरें और भी
जैन मुनि तरुण सागर की समाधि को लेकर उनके गुरू ने दिया संदेश
बापू का पत्र विदेश में होगा नीलाम, 5,000 डॉलर में बिकने की उम्मीद
अभी ख़तम नहीं हुआ है बाढ़ का कहर, 2040 तक ढाई करोड़ लोगों को होगा खतरा : केंद्रीय जल आयोग