नई दिल्ली : यह खबर भारतीय आर्थिक जगत के लिए निराशाजनक है, कि ईज ऑफ डूइंग बिजनेस में भले ही भारत पहले से ऊँची पायदान पर पहुँच गया हो, लेकिन बिजनेस ऑप्टिमिज्म इंडेक्स में भारत ने निराश कर दिया है .सितंबर तिमाही के आए परिणामों में भारत दूसरे स्थान से खिसकर 7वें स्थान पर पहुंच गया है. यह भारतीय अर्थ व्यवस्था में मंदी का स्पष्ट संकेत है .
उल्लेखनीय है कि ग्रांट थॉर्नटन इंटरने शनल बिजनेस रिपोर्ट में कहा गया है कि भारतीय व्यापार को अगले साल तक राजस्व बढ़ने की उम्मीद कम है, वहीँ लाभ की उम्मीद में भी कमी आई है. अभी 54 फीसदी लोगों ने लाभ की उम्मीद जताई है, जबकि पहले ऐसे लोग 69 फीसदी थे. इस सर्वे में बिक्री दर में वृद्धि की उम्मीद भी कम जताई है. हालांकि सरकार की कार्रवाई और सुधारों के साथ ईज ऑफ डूइंग बिजनेस में भारत की छलांग से फिर भी भारतीय व्यवसाय में आशावाद बना हुआ है.
यह अच्छी बात है कि सर्वे के बावजूद भारतीय कारोबारियों को नौकरियों में वृद्धि की आशा बनी हुई है. 54 फीसदी ने कहा कि अगले वर्ष नियुक्तियों में वृद्धि होगी.वहीँ प्लांट में निवेश और मशीनरी ऐंड रिसर्च-डिवेलपमेंट में आशावाद की स्थिति है .बता दें कि इस बिजनेस रिपोर्ट की सूची में इंडोनेशिया पहले नंबर पर है. इसके बाद क्रमश: फिनलैंड, नीदरलैंड, फिलिपींस, ऑस्ट्रिया, नाइजेरिया का स्थान है.
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