रविवार को देश ने पहली बार शतरंज ओलंपियाड जीतकर हिस्ट्री रच दी है. देश को ऑनलाइन शतरंज ओलंपियाड के फाइनल मैच में रूस के साथ संयुक्त विनर घोषित किया गया. देश ने पहली बार इस ओलंपियाड में स्वर्ण तमगा अपने नाम किया है, जबकि रूस ने इसे 24 बार हासिल किया है.
फाइनल में उस समय अजीबोगरीब परस्थिति हो गई जब इंडियन टीम के मेंबर निहाल सरीन और दिव्या देशमुख का इंटरनेट कनेक्शन चला गया. शतरंज ओलंपियाड के फाइनल मैच में दूसरे राउंड में ऐसा हुआ, जिसके बाद देश ने ऑफिसियल अपील की. इसकी पड़ताल के बाद फिडे अध्यक्ष आर्केडी ड्वोरकोविक ने दोनों टीमों को ही स्वर्ण पदक देने का निर्णय ले लिए गया.
यह पहली बार है जब इंटरनेशनल शतरंज महासंघ (फिडे) ने ऑनलाइन प्रारूप में ओलंपियाड का आयोजन किया है. कोरोना संक्रमण महामारी के वजह से ऐसा किया गया. इस वक्त इंडियन टीम में विदित गुजराती, पूर्व विश्व चैंपियन विश्वनाथन आनंद, कोनेरू हंपी, डी हरिका, आर प्रागनानंदा, पी हरिकृष्णा, निहाल सरीन और दिव्या देशमुख ने फाइनल मैच में रूस के विरुद्ध देश का प्रतिनिधित्व किया हैं. फाइनल मैच में पहले रूस को शतरंज ओलंपियाड का विनर घोषित किया गया, लेकिन देश ने अपील दायर की और पड़ताल के बाद देश और रूस दोनों को संयुक्त विनर घोषित किया गया. ऐसा पहली बार हुआ था जब देश फिडे शतरंज ओलंपियाड के फाइनल मैच में पहुंचा था. वहीं, इससे पहले ओलंपियाड में भारत का सबसे अच्छा प्रदर्शन साल 2014 में रहा था, तब अपने हाथ में कांस्य पदक आया था.
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