पणजी: गोवा में 8 वीं ब्रिक्स समिट का आयोजन किया जाएगा। इस बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आतंकवाद पर चीन के रवैये को लेकर चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग से चर्चा करेंगे। माना जा रहा है कि चीन द्वारा पाकिस्तान के साथ आतंकवाद के मसले पर किए जाने वाले मित्रतापूर्ण व्यवहार की भारत आलोचना कर सकता है और वह इस मामले में आपत्ती भी ले सकता है। गौरतलब है कि चीन द्वारा, पाकिस्तान में मौजूद आतंकी मसूद अजहर को प्रतिबंधित करने का विरोध किया गया था चीन ने इस पर वीटो लेते हुए पाकिस्तान का समर्थन किया था।
गौरतलब है कि मसूद अजहर भारत में कई आतंकी गतिविधियों को अंजाम देने का आरोपी है। भारत के गोवा में आयोजित होने वाली ब्रिक्स समिट में पीएम मोदी पाकिस्तान के राष्ट्रपति शी जिनपिंग से चर्चा करेंगे। जिसमें आतंकवाद को लेकर चीन को बताया जा सकता है कि आतंकवाद का समर्थन कितना खतरनाक हो सकता है।
दूसरी ओर चीन ने कहा है कि वह भारत के राजनीतिक लाभ के लिए किसी भी प्रयास का समर्थन नहीं करेगा। हालांकि दोनों देशों के बीच एनएसजी में भागीदारी को लेकर चर्चा हो सकती है। उल्लेखनीय है कि भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से भेंट करेंगे। रूस ने पाकिस्तान के साथ सेना का संयुक्त अभ्यास किया था इस पर भी भारत चर्चा कर सकता है।