अध्यक्ष दिलीप टिर्की ने इस बारें में बोला है कि जमीनी स्तर पर खेल के विकास की मुहिम में हॉकी इंडिया देश भर में सब-जूनियर (अंडर-17) और जूनियर (अंडर-19) वर्गों में क्षेत्रीय स्तर के टूर्नामेंट शुरू करने की योजना भी बनाने लगे है। देश के लिये 400 इंटरनेशनल मैच खेल चुके टिर्की ने राष्ट्रीय चैम्पियनशिप की महत्ता दोहराते हुए बोला है कि जमीनी स्तर पर एक क्षेत्रीय प्रणाली के शुरू किये जाने की आवश्यकता है ताकि उभरते हुए खिलाड़ियों को अधिक से अधिक मैच खेलने के लिए मिल गए।
पूर्व इंडियन कप्तान टिर्की ने हॉकी इंडिया की ‘पोडकास्ट सीरीज' ‘हॉकी पे चर्चा' में बोला है कि ‘किसी भी खेल के विकास के लिये उन्हें जमीनीं स्तर पर विकसित करना महत्वपूर्ण है। मजबूत नींव से अच्छे खिलाड़ी निकलते हैं और मजबूत सीनियर और जूनियर राष्ट्रीय टीमें बनती चली आई।' उन्होंने इस बारें में बोला है कि ‘पिछले वक़्त में सब जूनियर (अंडर-17) और जूनियर (अंडर-19) वर्गों के खिलाड़ियों को अधिक मैच नहीं खेलने को मिलते थे। हम क्षेत्रीय प्रणाली के टूर्नामेंट लाकर इसमें सुधार करने वाले है जिसमें वे ‘इंट्रा जोन' और ‘इंटर जोन' प्रतियोगितायें खेलने वाले है।'
इसके पहले ख़बरें आई थी कि भारतीय जूनियर महिला हॉकी टीम ने दक्षिण अफ्रीका में अपने अभियान की शुरुआत मेजबान टीम पर 8-1 के साथ शानदार जीत भी हासिल कर ली है। इंडिया ने शुक्रवार को मैच के पहले मिनट से ही दबदबा बनना शुरू किया और टीम पूरे मुकाबले के दौरान हावी हो गई है। इंडिया टीम के लिए दीपिका सीनियर ने दो जबकि उपकप्तान रुजाता दादासो पिसल, ऋतिका सिंह , सुनलिता टोप्पो , दीपिका सोरेंग और अन्नू ने एक-एक गोल दागे। दक्षिण अफ्रीका के लिए मिकेला ले रॉक्स ने सांत्वना गोल भी दाग दिए है। भारतीय जूनियर महिला टीम शनिवार और सोमवार को दक्षिण अफ्रीका अंडर-21 टीम के विरुद्ध दो और मैच खेलेगी, यह टीम इसके बाद 24 और 25 फरवरी को दक्षिण अफ्रीका ‘ए' के खिलाफ 2 मैच खेलने वाली है।
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