नई दिल्ली: भारत सरकार ने पिछले दिनों चावल के निर्यात (Rice Export) को लेकर एक बड़ा निर्णय लिया है। इसके तहत केंद्र ने बासमती चावल को छोड़कर सभी प्रकार के कच्चे चावल के निर्यात पर प्रतिबंध लगा दिया। ये फैसला आगामी त्योहारी सीजन के चलते घरेलू डिमांड में बढ़ोतरी एवं खुदरा दामों पर नियंत्रण को ध्यान में रखकर लिया गया है। इस प्रतिबंध का बड़ा प्रभाव अमेरिकी बाजारों (US Markets) में देखने को मिल रहा है तथा यहां सुपरमार्केट में चावल खरीदने के लिए लोगों में होड़ सी मची है।
खाद्य मंत्रालय की तरफ से पिछले हफ्ते जारी बयान में कहा गया था कि बासमती चावल और सभी प्रकार के उसना चावल के निर्यात (Rice Export) नीति में कोई परिवर्तन नहीं किया गया है। यानी सिर्फ गैर-बासमती कच्चा चावल के निर्यात पर प्रतिबंध लगाया गया है। हालांकि भारत से बड़े स्तर पर बासमती चावल का निर्यात किया जाता है। सरकार ने गैर बासमती चावल के घरेलू दामों में बढ़ोतरी को देखते हुए निर्यात (Export) पर प्रतिबंध लगाने का फैसला किया है। तत्पश्चात, अमेरिका में चावल खरीदने के लिए मची अफरा-तफरी के वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं।
सोशल मीडिया पर खरीदारी के जो वीडियो तथा तस्वीरें वायरल हो रही हैं, उन्हें देख चावल के निर्यात पर भारत द्वारा लगाए गए प्रतिबंध से पड़ रहे प्रभाव का अनुमान लगाया जा सकता है। स्थानीय लोग ट्विटर पर वहां के स्टोर्स का वीडियो साझा कर रहे हैं। इससे संबंधित रिपोर्ट्स में तो यहां तक कहा जा रहा है कि लोग छुट्टियां लेकर चावल खरीदने के लिए लाइन में लग रहे हैं। स्टोर्ट के भीतर एक-एक आदमी 10-10 चावल के पैकेट खरीदता हुआ दिखाई दे रहा है। यही रहीं 9 किलो चावल का एक पैकेट 27 डॉलर (2215 रुपये) में बिक रहा है। गौरतलब है कि अमेरिका में बड़े पैमाने पर भारतीय मूल के लोग रहते हैं तथा चावल इनके रोजमर्रा के खाने का अहम हिस्सा है।
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