नई दिल्ली: नेशनल बोर्ड फॉर वाइल्ड लाइफ (NBWL) की स्थायी समिति ने लद्दाख में नए इंडियन एयर फ़ोर्स (IAF) बेस के निर्माण को हरी झंडी दे दी है। बता दें कि यह वही स्थान है, जहां पर भारतीय और चीनी सैनिकों के बीच फेस ऑफ जारी है। यह स्थान लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल (LAC) के नजदीक ही स्थित है। यहां पर भारतीय-चीनी सैनिकों के बीच मई 2020 से गतिरोध चल रहा है। 29 जुलाई को एक उच्च स्तरीय बैठक के दौरान यह मंजूरी दी गई है। यह बेस चांगटांग वाइल्ड लाइफ सेंचुरी में बनाया जाएगा, जिसका क्षेत्रफल लगभग 508 हेक्टेयर होगा। इसकी दूरी भारत चीन बॉर्डर (LAC) से अधिक दूर नहीं है।
NBWL ने 8 अलग-अलग डिफेंस के प्रोजेक्ट्स को अनुमति दी है। चांगटांग और काराकोरम वाइल्ड लाइफ में यह सभी प्रोजेक्ट बनेंगे। यह कदम भारत सरकार की ओर से चीन की तर्ज पर ही उठाए जा रहे हैं। चीन भी बॉर्डर से सटे इलाकों में अपने सुरक्षा को और मजबूत कर रहा है, इसी बीच भारत ने भी इन इस्फ्रास्ट्रक्चर के माध्यम से बॉर्डर पर सुरक्षा और भी मजबूत करने का मन बनाया है। इस मंजूरी के बाद रक्षा मंत्रालय को पर्यावरण विभाग की ओर से भी अनुमति चाहिए होगी। क्योंकि यह जगह लद्दाख के सुरक्षित इलाकों में शामिल है। NBWL ने इस मंजूरी के साथ रक्षा मंत्रालय के सामने एक शर्त भी रखी है। उन्होंने कहा है कि, ‘डिपार्टमेंट के अधिकारियों और जिम्मेदार कामगारों को प्रोजेक्ट के इलाके में जाने की इजाजत होगी, ताकि वह अपनी ड्यूटी को बिना किसी समस्या के करते रहें।’
भारत सरकार LAC के आसपास एक अपग्रेड इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार करने जा रही है। स्थायी समिति ने IAF बेस बनाने के अलावा एक और प्रस्ताव को हरी झंडी दी है। इसमें 1259 हेक्टेयर चांगटांग वाइल्ड लाइफ सेंचुरी की भूमि पर ही एक माहे फायरिंग रेंज फील्ड बनाई जाएगी। इसके साथ ही तीन मुख्य मार्गों के अपग्रेड करने को भी विभाग ने मंजूरी दी है।
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