इजराइल एवं फिलिस्तीनी आतंकवादी ग्रुप हमास के बीच जंग (Israel-Hamas War) जारी है। आज जंग का 5वां दिन है। रातभर में इजराइल ने गाजा में हमास के 200 ठिकानों पर हमले किए। इजराइल एवं हमास की जंग में अब तक 2,100 व्यक्तियों की मौत हुई है। इनमें से लगभग 1,200 इजराइली हैं। वहीं अब तक लगभग 900 फिलिस्तीनियों ने भी जान गंवाई है। वही ये जंग उन भारतीय कंपनियों के लिए भी ये संकट खड़ा कर सकता है, जिनका इजराइल से सीधा कनेक्शन है। इसका नजारा इनके शेयरों में आई भारी गिरावट के रूप में देखने को मिला था।
इजराइली बमबारी ने हमास के कब्जे वाले गाजा पट्टी में भारी तबाही मचाई है तथा मीडिया ने दावा किया है कि Hamas के 1500 आतंकियों को मार गिराया गया है। हमास के हमले में भी अब तक 1,200 इजराइली लोगों की जान जा चुकी है। सार्वजनिक संपत्ति को दोनों ही तरफ भारी नुकसान पहुंचा है। दुनिया के तमाम देश इस जंग को लेकर अपनी-अपनी प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं। वहीं इस जंग का प्रभाव कारोबार पर भी पड़ रहा है। बात यदि भारतीय कंपनियों की करें तो जिन कंपनियों का सीधा कनेक्शन इजराइल से है, उनके शेयरों में सोमवार को बड़ी गिरावट देखने को मिली थी तथा जंग बढ़ने की आशंका से इन कंपनियों के बिजनेस पर संकट बढ़ने की संभवना बढ़ती जा रही है।
भारत के साथ इजराइल के अच्छे संबंध हैं तथा दोनों ही देशों का व्यापारिक रिश्ता भी गहरा है। एक तरफ जहां 500 से अधिक इजराइली कंपनियों का भारत में कारोबार हैं, तो कई भारतीय कंपनियां भी इजराइल में बिजनेस कर रही हैं। कुछ प्रमुख कंपनियों की बात करें तो Gautam Adani के नेतृत्व वाले अडानी ग्रुप की कंपनी अडानी पोर्ट्स (Adani Ports) की हाइफा पोर्ट में 70 प्रतिशत भागेदारी है। इजराइल में बिजनेस करने वाली दूसरी बड़ी कंपनी सन फार्मास्युटिकल्स (Sun Pharma) है। वही सन फार्मा के बिजनेस की बात करें, तो इजराइल की दिग्गज दवा कंपनी टैरो फार्मास्युटिकल्स में Sun Pharma बड़ी स्टेकहोल्डर है। हमास के हमले और इजराइल के पलवार से आरम्भ हुआ युद्ध यदि और आगे बढ़ता है, तो इसका प्रभाव कंपनी बिजनेस पर नजर आ सकता है। फार्मा सेक्टर में अन्य भारतीय कंपनियों का भी इजराइल कनेक्शन है, जिसमें डॉ रेड्डी (Dr Reddy) और ल्यूपिन (Lupin) जैसे नाम सम्मिलित हैं।
वही आईटी सेक्टर में भारत की बड़ी कंपनियों का कारोबार भी इजराइल में फैला हुआ है। इसमें Tata Group की टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS), इंफोसिस (Infosys), टेक महिंद्रा (Tech Mahindra) तथा विप्रो (Wipro) जैसी कंपनियां सम्मिलित हैं। जंग के हालात में इन कंपनियों के शेयरों पर भी दबाव देखने को मिल सकता है। टीसीएस के इजराइल में लगभग 1000 कर्मचारी काम कर रहे हैं। रिपोर्ट्स के अनुसार, देश के सबसे बड़े बैंक यानी स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) की भी इजराइल में उपस्थिति हैं तथा यहां जारी युद्ध से कारोबार प्रभावित होने की आशंका बढ़ रही है। इसके अतिरिक्त इस जंग से भारत और इजराइल के बीच रत्न व आभूषण के कारोबार से जुड़ी कंपनियों पर प्रभाव पड़ सकता है। बता दें दोनों देशों के बीच इस सेक्टर में कुल कारोबार 2022-23 में 2।04 अरब डॉलर रहा था, जबकि 2021-22 में यह 2।8 अरब डॉलर रहा था। इस सेक्टर की बड़ी कंपनी कल्यान ज्वैलर्स (Kalyan Jewellers) पर भी दवाब देखने को मिल रहा है।
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