जहाँ भारत में एक तरफ विकास की बात की जा रही है वहीं दूसरी तरफ इसे साबित किये जाने में भी भारत पीछे नहीं हट रहा है. जी हाँ, आपको इस मामले में जानकारी देते हुए यह बात बता दे कि भारतीय कम्पनियों में महिलाओं को CEO बनाने को लेकर भारत ने कई विकसित देशों को पछाड़ दिया है और वह दूसरे देशों से काफी आगे निकलने में कामयाब भी हो चूका है. हाल ही क्रेडिट सुइस के द्वारा की गई एक रिसर्च में यह बात सामने आई है कि भारत में फिलहाल 8.9 प्रतिशत CEO के पदों पर महिलाओं ने अपने कदम जमाये हुए है जबकि यह वैश्विक औसत में देखा जाये तो 3.9 प्रतिशत बना हुआ है.
मामले में ही यह भी बताया गया है कि अमेरिका में भी फ़िलहाल 3.5 प्रतिशत CEO महिलाये है जबकि भारत दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था को भी इस मामले में पीछे छोड़ चूका है. लेकिन इसके साथ ही वूमन इन बिजनेस रिपोर्ट ने ग्लोबल स्तर पर CEO पदों पर महिलाओं की संख्या को लेकर चिंता भी जताई है. पुरुषों की बजाय महिलाओं का प्रतिशत कम रहने पर उन्होंने यह भी कहा है कि या एक तरह का भेदभाव है. जहाँ उच्च प्रबंधन वैश्विक स्तर पर महिलाओं की भागीदारी 12.9 प्रतिशत है वहीँ CEO पद पर यह केवल 3.9 प्रतिशत ही है.