इंडिया ओपन टूर्नामेंट का आयोजन इस साल के आखिर में हो सकता है. हालांकि, इस टूर्नामेंट के आयोजन से पहले कोरोना वायरस के हालातों से निपटना होगा. भारतीय बैडमिंटन संघ ने भी अपने इरादे जाहिर कर दिए हैं कि पहले कोविड 19 महामारी से निपटना होगा और फिर सरकार से मंजरी मिलने के बाद ही इंडिया ओपन बैडमिंटन टूर्नामेंट का आयोजित किया जा सकेगा, क्योंकि इसमें काफी ज्यादा रिस्क है.
दरअसल, भारतीय बैडमिंटन संघ (Indian Badminton Association) कोविड-19 के नियंत्रित होने और सरकार से मंजूरी मिलने की स्थिति में इस साल दिसंबर या फिर अगले साल जनवरी में इंडिया ओपन की मेजबानी के लिए तैयार है. आइबीए चाहता है कि इस साल या अगले साल की शुरुआत में इस टूर्नामेंट का आयोजन भारत में हो, क्योंकि ये टोक्यो में होने वाले ओलंपिक के नजरिए से काफी खास है.
जानकारी के लिए हम बता दें कि इंडिया ओपन टूर्नामेंट ओलंपिक क्वालीफायर है. इस टूर्नामेंट की रैंकिंग के हिसाब से खिलाड़ियों को अगले साल टोक्यो में होने वाले ओलंपिक के लिए क्वालीफाई करना है, जिसमें कुछ भारतीय खिलाड़ी भी शामिल हैं. विश्व बैडमिंटन महासंघ (बीडब्ल्यूएफ) ने भारतीय बैडमिंटन संघ से इस टूर्नामेंट के आयोजन के लिए पूछा था. भारतीय बैडमिंटन संघ ने आयोजन के लिए हरी झंडी दी थी, लेकिन फिर कोरोना वायरस से अपने पैर पसारने शुरू कर दिए थे.
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