वाशिंगटन: कश्मीर मसले पर भारत और पाकिस्तान के बीच एक बार फिर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की मध्यस्थता के प्रस्ताव को भारत ने ख़ारिज कर दिया है. स्विट्जरलैंड के शहर दावोस में विश्व आर्थिक मंच (WEF) से अलग पाकिस्तानी पीएम इमरान खान से मुलाकात के दौरान डोनाल्ड ट्रंप के कश्मीर पर सहायता की बात पर भारत ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि कश्मीर एक द्विपक्षीय मुद्दा है. यहां पर तीसरे पक्ष की मध्यस्थता की कोई स्थान नहीं है.
कश्मीर पर पाकिस्तान की बयानबाजी पर भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने कहा है कि पाक के बयानों में कोई नई बात नहीं है. वे ऐसा कई महीनों से बोल रहे हैं. उनके बयान विरोधाभासी और तथ्यों से परे हैं. उनके दोहरे मानदंड हैं और हताशा को प्रदर्शित करते हैं. पाकिस्तान एक ओर तो पीड़ित कार्ड खेलता है और दूसरी ओर आतंकियों को पनाह देता है. यदि वो गंभीर हैं तो आतंकवादियों के विरुद्ध ठोस कार्रवाई क्यों नहीं करते? उनको इस किस्म की बयानबाजी से बाज आना चाहिए. अपने देश की चुनौतियों से किस तरह निपटना है, उस पर ध्यान देना चाहिए.
चीन में कोरोना वायरस फैलने के मामले पर विदेश मंत्रालय ने कहा कि जो लोग चीन से भारत आ रहे हैं उनको स्क्रीनिंग से गुजरना होगा. बाकि जो लोग वहां पर रह रहे हैं, उनको उससे किस तरह बचना है, उसके लिए प्रयास करना होगा.
पाकिस्तान ने इस फिल्म की रिलीज़ पर लगाई रोक, कारण - 'ईश निंदा'
पाकिस्तान में सिख नेता को मिल रही जान से मारने की धमकियाँ, ट्विटर पर लगाई मदद की गुहार