नई दिल्ली : गत 16 जून से सिक्किम सेक्टर के डोकलाम क्षेत्र में जारी विवाद में पीएमओ में राज्य मंत्री जितेंद्र सिंह ने अपने बयान में कहा गया हैं कि भारत किसी भी चुनौती से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार है. सरकार की ओर से उठाए गए क़दमों से वे आश्वस्त दिखे. स्मरण रहे कि चीन भारतीय सेना पीछे हटने पर ही बातचीत करना चाहता हैं, जबकि भारत, दोनों देशों की सेनाओं के वापस लौटने पर ही बातचीत करना चाहता है. इसी बात को लेकर गतिरोध जारी है. चीन आक्रामक रूप से युद्ध करने को आमादा है.
उल्लेखनीय है कि चीन की धमकी के जवाब में मंत्री जितेंद्र सिंह ने शनिवार को मीडिया से कहा कि हमारे लिए ये ज्यादा महत्वपूर्ण है कि डोकलाम में हम क्या कर रहे हैं. सरकार को अपने फैसलों पर पूरा भरोसा है. हम बाहरी और अंदरूनी किसी भी चुनौती से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार हैं.बीजिंग ने भारत को डोकलाम गतिरोध खत्म करने के लिए इलाके से अपने सैनिकों को तुरंत हटाने को कहा है.
बता दें कि डोकलाम भारत-चीन-भूटान का त्रिकोण है. वहां भारत के 350 सैनिक डटे हुए हैं,क्योंकि चीन भारत के इलाके में घुसपैठ कर रहा है.इसलिए भारत ने चीन से सटे सिक्किम और अरुणाचल प्रदेश के 1400 किलोमीटर लंबे साइनो-इंडिया बॉर्डर पर सैनिकों की तैनाती बढ़ा दी है. यही नहीं सरकार ने देश की पूर्वी सरहद पर फौज के लिए अलर्ट का स्तर भी बढ़ा दिया है.पूर्वोत्तर क्षेत्र में संवेदनशील इलाके में सुकना बेस्ड 33 कॉर्प्स, अरुणाचल और आसाम बेस्ड 3-4 कॉर्प्स प्रोटेक्शन की जिम्मेदारी दी गई है. यह तैयारी इसलिए की गई है, क्योंकि चीन बार -बार युद्ध की धमकी दे रहा है.
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