इस समय पूरी दुनिया कोरोना वायरस से लड़ने के लिए जी तोड़ मेहनत कर रही है. ऐसे में एक तरफ भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व और रणनीति की विश्वभर में चर्चा हो रही है वहीं दूसरी तरह भारत अब विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्लूएचओ) जैसे विश्वस्तरीय सर्वोच्च स्वास्थ्य संगठन का नेतृत्व इस महीने संभालने वाला है. जी दरअसल इसी महीने डब्लूएचओ के मुख्यालय में आहूत होने वाली सालाना बैठक की औपचारिक घोषणा हो चुकी है.
आप सभी को बता दें कि सत्ता प्रतिष्ठा से जुड़े विश्वस्त सूत्रों ने एक वेबसाइट से इस विषय में बात करते हुए कहा कि, ''डब्लूएचओ एग्जिक्यूटिव बोर्ड का अगला अध्यक्ष भारत से होगा, ये तय कर लिया गया है. अभी तक विश्व स्वास्थ्य की नब्ज हाथ रखने की जिम्मेदारी इस सर्वोच्च पद पर रहते हुए जापान निभा रहा था. आगामी 22 मई को वर्ल्ड हेल्थ एसेंबली कांफ्रेंस में भारत, जापान का स्थान लेगा. वहीं एग्जिक्यूटिव बोर्ड के 34 नए सदस्यों का चयन 18 मई को हो गया है! उसी के बाद नए कार्यकाल के लिए अध्यक्ष का चयन होने वाला है.''
इसी के साथ सूत्रों ने यह भी बताया कि डब्लूएचओ के नए अध्यक्ष के लिए दक्षिण-पूर्व एशिया के समूह देशों ने मिलकर एकसाथ एकसुर में भारत का नाम अगले तीन सालों के लिए अनुशंसित किया जा चुका है. केवल इतना ही नहीं दबाव बनाने वाले इन देशों के समूह ने भारत का नाम रीजनल-ग्रुप्स के अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी के लिए बारी के आधार पर प्रत्येक साल भारत का नाम अनुशंसित कर दिया गया है.
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