नई दिल्ली: भाजपा के राज्यसभा सदस्य नरेश बंसल ने माँग की है कि देश का नाम केवल ‘भारत’ रखा जाए और ‘इंडिया’ को हटाया जाए। बता दें कि विपक्षी पार्टियों ने मिल कर केंद्र की भाजपा सरकार को हटाने के लिए नया गठबंधन ‘I.N.D.I.A’ बनाया है। सांसद नरेश बंसल ने कहा कि अभी जब आज़ादी का अमृत काल चल रहा है, संविधान के अनुच्छेद-1 को संशोधित कर के इस पुण्य पावन धरा का नाम सिर्फ ‘भारत’ कर दिया जाना चाहिए। दरअसल, विपक्षी दल निरंतर ‘मोदी बनाम इंडिया’ वाल नैरेटिव चला कर देश के नाम का सियासी लाभ लेने की कोशिश कर रहे हैं।
आज संसद के मानसून सत्र मे विषेश उल्लेख मे मांग उठाई की देश का नाम इंडिया दैट इज भारत हटा कर केवल “भारत” होना चाहिए।आजादी के अमृत काल मे अंग्रेजी गुलामी के प्रतिक को हटा कर इस पुण्य पावन धरा का नाम संविधान के अनुच्छेद 1 में संशोधन कर पुनः “भारत” रखा जाए । 1/2 #ParliamentSession pic.twitter.com/rFoivEwQA2
— Naresh Bansal (@bjpnareshbansal) July 27, 2023
सांसद बंसल ने याद दिलाया कि विगत स्वतंत्रता दिवस पर लाल किले की प्राचीर से राष्ट्र को संबोधित करते हुए पीएम नरेंद्र मोदी ने भी खुद कहा था कि देश को दासता के चिह्नों से मुक्ति दिलाए जाने की जरूरत है। बता दें कि उस संबोधन में पीएम मोदी ने ‘5 प्रण’ की बात की थी, जिसमें गुलामी की मानसिकता से देश को मुक्ति दिलाने की बात शामिल थी। नरेश बंसल ने कहा कि औपनिवेशिक सोच से मुक्ति दिलाने की आवश्यकता है और परंपरागत भारतीय मूल्यों और सोच को लागू किया जाना चाहिए। नरेश बंसल ने आगे कहा कि, “आज़ादी के अमृत महोत्सव से देश को एक नई ऊर्जा और प्रेरणा प्राप्त हुई है। बीते हुए कल को हम पीछे छोड़ रहे हैं और आने वाले भविष्य में रंग भर रहे हैं। अंग्रेजों के समय से चले आ रहे कई कानूनों को बदल दिया गया है। भारतीय बजट की तारीख़ भी बदली जा चुकी है, जो अब तक अंग्रेजी नियमों के मुताबिक चल रही थी। नई शिक्षा नीति के तहत युवाओं को विदेशी भाषा से आज़ादी दिलाई जा रही है। इंडिया गेट पर जॉर्ज पंचम की प्रतिमा हटा कर महान स्वतंत्रता सेनानी नेताजी सुभाषचंद्र बोस की लगाई गई।'
उन्होंने आगे कहा कि अंग्रेजों ने 250 सालों तक भारत पर शासन किया और देश का नाम बदल कर ‘इंडिया’ रख दिया। उन्होंने कहा कि स्वतंत्रता सेनानियों के बलिदानों के चलते देश को स्वतंत्रता मिली, और 1950 में भारत का संविधान लिखा गया, उस समय भी इसे ‘इंडिया दैट इज भारत’ कहा गया। उन्होंने कहा कि अब इसे हटा कर ‘भारत’ करने का वक़्त आ चुका है। उन्होंने कहा कि महाराज भरत ने संपूर्ण देश को विस्तार किया और उनके नाम पर ही इस राष्ट्र का नाम भारत विख्यात हुआ।
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