भारत ने चीन से आने वाले रसायनों को लेकर डंपिंग के आरोपों की जांच शुरू कर दी गयी है। घरेलू कंपनियों की शिकायत है कि डाई और फार्मा कारोबार में इस्तेमाल होने वाले रसायनों की चीन द्वारा डंपिंग की जा रही है। प्राइमा केमिकल्स ने डायरेक्टोरेट जनरल ऑफ ट्रेड रेमिडीज (डीजीटीआर) के पास इस बारे में शिकायत दर्ज कराई गयी है।
इसके अलावा वाणिज्य मंत्रलय के अंतर्गत आने वाला डीजीटीआर इस मामले में चीनी कंपनियों द्वारा रसायनों की डंपिंग और इससे घरेलू उद्योग पर पड़ने वाले नकारात्मक प्रभाव की जांच कर रहा है। यदि जांच में डंपिंग की बात सच साबित हो सकती है, तो डीजीटीआर घरेलू कारोबार को सस्ते आयात से बचाने के लिए एंटी डंपिंग ड्यूटी की सिफारिश कर सकता है। डीजीटीआर अप्रैल, 2018 से जून, 2019 के बीच चीन से हुए रसायनों के आयात की जांच कर सकता है।
इस दौरान 2015-18 के बीच हुए रसायन आयात पर भी एंटी डंपिंग जांच हो सकती है। यह जांच उन मामलों में की जा सकती है, जहां किसी वस्तु के सस्ते आयात के चलते उसके घरेलू कारोबार के समक्ष खतरा पैदा किया जाता है। इससे बचाव के लिए डब्ल्यूटीओ द्वारा निर्धारित नियमों के दायरे में रहकर एंटी डंपिंग ड्यूटी लगाई जा सकती है |
सरकार कर रही है फ़ाइल कल्चर को ख़त्म, जानिये डिजिटल प्रोजेक्ट के बारे में डिटेल
मारुति के पूर्व सीएमडी जगदीश खट्टर के खिलाफ केस दर्ज, 110 करोड़ की हेराफेरी से जुड़ा है मामला