नई दिल्ली: रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO) के एक बयान के अनुसार, भारत ने ओडिशा तट पर चांदीपुर में एकीकृत परीक्षण रेंज (ITR) से लगातार दूसरे दिन वर्टिकल लॉन्च शॉर्ट रेंज सरफेस टू एयर मिसाइल (VLSRSAM) का सफलतापूर्वक परीक्षण किया है। 12 और 13 सितंबर को, DRDO और भारतीय नौसेना ने इन बैक-टू-बैक उड़ान परीक्षणों के साथ एक महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल की। यह सफलता भारत की रक्षा क्षमताओं में एक महत्वपूर्ण प्रगति को दर्शाती है।
वीएलएसआरएसएएम प्रणाली को विमान, हेलीकॉप्टर, ड्रोन और आने वाली मिसाइलों सहित निकट दूरी पर विभिन्न हवाई खतरों को बेअसर करने के लिए डिज़ाइन किया गया है। इसमें उन्नत मार्गदर्शन प्रणाली और अत्याधुनिक तकनीकें हैं, जो लक्ष्यीकरण में बढ़ी हुई चपलता और सटीकता प्रदान करती हैं। इस प्रणाली का सफल प्रदर्शन समुद्री अभियानों में भारत की वायु रक्षा क्षमताओं को और मजबूत करता है।
परीक्षणों के दौरान डीआरडीओ और भारतीय नौसेना के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने देश के स्वदेशी रक्षा उत्पादन को आगे बढ़ाने में उनके सफल प्रयासों के लिए टीमों की प्रशंसा की। वीएलएसआरएसएएम प्रणाली भारतीय नौसेना के शस्त्रागार को बढ़ाने के लिए तैयार है, जो उभरते हवाई खतरों के खिलाफ एक मजबूत रक्षा तंत्र सुनिश्चित करती है।
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