नई दिल्लीः दुनिया में ईज ऑफ डूइंग बिजनेस नाम से एक रैंक जारी की जाती है। जिसमें दुनिया के देशों को उनके यहां मौजूद बिजनेस के माहौल के हिसाब रैंक दिया जाता है। इस रैंकिंग का दुनिया के बिजनेस समूहों में काफी प्रभाव माना जाता है। नीति आयोग के सीईओ अमिताभ कांत ने इस बारे में कहा कि वह देश को अगले दो वर्षो में ईज ऑफ डूइंग बिजनेस रैंक में दुनिया के टॉप 50 देशों में शामिल करना चाहते है। इसके बाद सरकार अगले पांच वर्षो में ऊपर के 25 देशों में शामिल होने का लक्ष्य रखेगी।
नीति आयोग के सीईओ ‘पहले इंडिया फाउंडेशन’ द्वारा तैयार ईज ऑफ डूइंग बिजनेस रिपोर्ट को जारी करने के मौके पर बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि भारत इस समय डेमोग्राफिक ट्रांजिशन के दौर से गुजर रहा है, इसलिए तेज विकास होना महत्वपूर्ण है। कांत ने कहा कि हमें अपनी बड़ी जनसंख्या को गरीबी रेखा से ऊपर उठाने की जरूरत है, इसलिए व्यापार को आसान बनाना होगा।
हमने पिछले कुछ वर्षो में इस विषय में बेहतर काम किया है इस दौरान 1,300 व्यर्थ कानूनों को पहले ही हटाया जा चुका है। डिजिटल इंडिया पर बोलते हुए उन्होंने ने कहा कि ग्रोथ बढ़ाने के लिए डिजिटलीकरण जरूरी है। हमने इसको ध्यान में रखते हुए बीते पांच साल में इकोनॉमी के प्रत्येक क्षेत्र को डिजिटल करने पर ध्यान दिया है। गैर-जरूरी मानवीय हस्तक्षेप को रोकने का प्रयास किया गया है, जिसकी वजह से ईज ऑफ डूइंग बिजनेस में भारत की रैंक में सुधार हुआ है। बता दें कि विश्व बैंक के द्वारा इस साल जारी की गई ईज ऑफ डूइंग बिजनेस रैंकिंग में भारत 23 स्थान ऊपर पहुंच गया है।
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