नई दिल्ली। किसी भी देश से युद्ध छिड़ने के बाद सबसे बड़ा खतरा मिसाइलो से ही होता है। लेकिन अब जल्द ही भारत को इस बात की चिंता करने की जरूरत नहीं पड़ेगी क्योंकि भारत ने अब इन मिसाइलो से बचने के लिए अपना 'रक्षा कवच' बनाया है।
दरअसल गुरुवार को ओडिशा कोस्ट पर भारत ने बैलेस्टिक मिसाइल शील्ड का सफल परीक्षण किया। इस शील्ड की मदद से दुश्मन की किसी भी तरह की मिसाइल को 40 किलोमीटर की रेंज में ही खत्म किया जा सकेगा। भारत को लेकर पड़ोसी देश पाकिस्तान और चीन के बदलते मंसूबे की वजह से इस तरह का डिफेंस सिस्टम तैयार करना बेहद जरूरी हो गया था। इस मिसाइल को सुरक्षा के छेत्र मे भारत की एक बड़ी कामयाबी माना जा रहा है।
अभी इस मिसाइल का परीक्षण किया गया है, और अनुमान है कि 2022 तक ये शील्ड भारत की सीमाओं की रक्षा करने के लिए तैयार होगी। इस पूरे मिशन को मानवीय हस्तक्षेप के साथ मिशन कंप्यूटर के तहत पूरा किया गया है। इस परीक्षण के दौरान रडार, इलेक्ट्रो-ऑप्टिकल ट्रैकिंग सिस्टम, मॉनिटरिंग सिस्टम, इलेक्ट्रो-ऑप्टिकल ट्रैकिंग सिस्टम और टेलिमेटरी सिस्टम का इस्तेमाल किया गया है।
सूत्रो के मुताबिक खबर है कि, वॉशिंगटन और मॉस्को की तरह केंद्र सरकार दिल्ली को अभेद्य सुरक्षा प्रदान करने की तैयारी में है। इसके तहत दुश्मन चाहकर भी राजधानी पर मिसाइल, ड्रोन और विमान से हमला नहीं कर पाएंगे।
खबरें और भी
नॉर्थ कोरिया फिर बना रहा खुफ़िया तरीके से मिसाइलें