सभी वर्गों में मेडल जीतने के लक्ष्य के साथ इंडियन स्क्वाश टीम Commonwealth गेम्स के लिए बर्मिंघम पहुंच गई है जिसमें सौरभ घोषाल और जोशना चिनप्पा एकल में पदक जीतने का मिथक तोड़ने के लिए अपना आखिरी कोशिश करने वाले है। दीपिका पल्लीकल, जोशना और सौरभ की तिकड़ी बीते 15 सालों से इंडियन स्क्वाश टीम का जिम्मा अपने कंधों पर उठा चुके है। इन तीनों ने इस बार खेलों के लिए कड़ी मेहनत की है क्योंकि यह उनके आखिरी राष्ट्रमंडल खेल भी हो सकते हैं।
स्क्वाश को Commonwealth गेम्स में पहली बार 1998 में शामिल किया गया था और तब से लेकर अभी तक इंडिया केवल तीन मेडल भी अपने नाम कर लिया है। इनमें 8 वर्ष पूर्व ग्लास्गो में जोशना और दीपिका द्वारा जीता गया ऐतिहासिक गोल्ड मेडल भी शामिल है। वे फिर से खिताब के प्रबल दावेदार के रूप में ब्रिटिश धरती पर पहुंच गए हैं। उन्होंने इस वर्ष के शुरू में विश्व खिताब भी अपने नाम कर लिया था। अब जुड़वा बच्चों की मां दीपिका ने घोषाल के साथ मिलकर अप्रैल में विश्व युगल चैंपियनशिप में मिश्रित युगल का खिताब जीतकर शानदार वापसी भी कर ली है।
मिस्र को छोड़कर स्क्वाश खेलने वाली चोटी की सभी टीमें Commonwealth गेम्स का भाग है। इंडिया अभी तक एकल में पदक नहीं जीत पाया है लेकिन जोशना और घोषाल इस बार कोई कसर नहीं छोड़ने वाले है। दीपिका ने वापसी के उपरांत अभी एकल में खेलना शुरू नहीं किया है। घोषाल से जब पूछा गया कि क्या इंडिया के पास 2022 में एकल में पदक जीतने का सर्वश्रेष्ठ मौका रहेगा उन्होंने कहा, ‘‘ऐसी उम्मीद है। 20 साल पहले जब हमने खेलना शुरू किया था तब से हमने बहुत प्रगति की है। हमने खिलाड़ियों के रूप में भी अच्छी प्रगति भी कर चुके है। Commonwealth गेम्स में चुनौती कड़ी होती है। यहां पदक जीतना आसान नहीं होता है।' घोषाल को पिछली बार Commonwealth गेम्स में तीसरी वरीयता दी गई थी लेकिन वह शुरू में ही बाहर हो चुके है। वह इस बारे में सोच कर अपने पर अतिरिक्त दबाव नहीं बनाना चाहते हैं।
उन्होंने बोला है कि ‘मैं ड्रा के बारे में नहीं सोच रहा हूं पिछली बार मैंने ऐसी गलती की थी। मैं एक बार में एक मैच पर ध्यान देना चाहता हूं।' इंडिया ने बर्मिंघम रवाना होने से पहले चेन्नई में वर्ल्ड के पूर्व नंबर एक खिलाड़ी ग्रेगरी गॉल्टियर की देखरेख में अभ्यास भी कर चुके है। इंडियन महिला टीम में 14 साल के अनहत सिंह भी शामिल है। उनके प्रदर्शन पर सभी की निगाहें रहने वाली है। बीते माह एशियाई जूनियर स्क्वाश चैंपियनशिप में उन्होंने लड़कियों के अंडर-15 वर्ग में खिताब जीता था। अनहत अभी तक 46 राष्ट्रीय सर्किट और दो राष्ट्रीय खिताब जीत लिया है। उनके नाम पर अभी तक आठ अंतरराष्ट्रीय खिताब दर्ज हैं। उनके अलावा सुनयना कुरुविला, अभय सिंह और वी सेंथिलकुमार भी पहली बार Commonwealth गेम्स में भाग लेने वाले है।
इंडियन टीम इस प्रकार है : पुरुष एकल: सौरव घोषाल, रामित टंडन, अभय सिंह महिला एकल: जोशना चिनप्पा, सुनयना कुरुविला, अनहत सिंह महिला युगल: दीपिका पल्लीकल / जोशना चिनप्पा मिश्रित युगल: सौरव घोषाल / दीपिका पल्लीकल, रामित टंडन / जोशना चिनप्पा पुरुष युगल: रामित टंडन हरिंदर पाल सिंह संधू, वेलावन सेंथिलकुमार / अभय सिंह।
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