नई दिल्ली: भारत अपने पुराने मित्र रूस से क्रूड आयल आयात करेगा. रूस से क्रूड आयल आयात करने के लिए इंडियन ऑयल (IOCL) ने बुधवार को रूसी कंपनी रोजनेफ्त के साथ एक अनुबंध किया, जिसके तहत इस वर्ष भारत 20 लाख टन यूराल ग्रेड क्रूड आयल का आयात करेगा. भारत क्रूड आयल के लिए OPEC देशों पर अपनी निर्भरता कम करने की रणनीति पर कार्य कर रहा है.
पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस व इस्पात मंत्री धर्मेद्र प्रधान और रोजनेफ्त के CEO एवं चेयरमैन आईगोर सेचिन के मध्य यहां एक मीटिंग के दौरान बुधवार को दोनों कंपनियों ने पहले टर्म कॉन्ट्रैक्ट पर हस्ताक्षर किए. पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्रालय ने एक बयान में कहा है कि लॉन्ग टर्म के कॉन्ट्रैक्ट के माध्यम से रूस से क्रूड आयल की प्राप्ति, गैर-ओपेक देशों से देश में क्रूड आयल की आपूर्ति में विविधिता से संबंधित भारतीय रणनीति का एक हिस्सा है.
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, यह हाइड्रोकार्बन क्षेत्र में द्विपक्षीय सहयोग के लिए पंचवर्षीय रणनीति का भी एक हिस्सा है, जिस पर गत वर्ष सितंबर में पीएम मोदी की व्लादिवोस्तोक यात्रा के दौरान दस्तखत किए गए थे. मंत्रालय ने कहा है कि भारत की सबसे बड़ी तेल कंपनी द्वारा क्रूड आयल के आयात के लिए एक नए स्रोत के रूप में रूस को शामिल करने से भू-राजनीतिक व्यवधान (जैसे खाड़ी देशों में कोई संकट) कि वजह से उत्पन्न होने वाले जोखिमों में कमी लाने में काफी सहायता मिलेगी और नई व्यवस्था से भारत में मूल्य संबंधी स्थिरता और ऊर्जा सुरक्षा सुनिश्चित करने का रास्ता भी खुलेगा.
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