चेन्नई : हवाई यात्रियों की लगातार बढ़ रही संख्या को देखते हुए घरेलू विमानन उद्योग का अधिकतम दोहन करने के उद्देश्य से सरकार की योजना है कि अगले दो से तीन साल में देश में हवाई अड्डों की संख्या दोगुना कर दी जाए. यह बात नागर विमानन राज्यमंत्री जयंत सिन्हा ने कल रात एसआईसीसीआई द्वारा आयोजित तीसरे जी रामचंद्रन स्मृति व्याख्यान में कही.
नागर विमानन मंत्री ने कहा कि 2014 के चुनाव घोषणा पत्र में पार्टी ने 'उड़े देश का आम आदमी' (उड़ान) योजना की घोषणा की थी. इसके अंतर्गत हवाई अड्डों की संख्या बढ़ाई जानी है. फिलहाल हमारे पास अनुसूचित सेवाओं वाले 75 हवाई अड्डे हैं. हमारा इसे दो से तीन साल में दोगुना करने का इरादा है. स्मरण रहे कि आम आदमी के लिए उड़ानों को सस्ता बनाने के उद्देश्य से सरकार ने इस साल एक जुलाई को उड़ान योजना का मसौदा पेश किया था जिसमें एक घंटे की उड़ान के लिए 2,500 रुपये (सभी कर शामिल) का किराया निश्चित किया गया है.
सिन्हा ने बताया कि इस योजना का उद्देश्य अल्पविकसित मार्गों के क्षेत्रीय मार्ग का विकास करना है. इसके लिए सरकार उड़ान हवाई संपर्क योजना चलाने को 400 करोड़ रुपये जुटाएगी. सरकार एयरलाइंस से अन्य प्रमुख हवाई अड्डों के लिए संपर्क उपलब्ध कराने वाले मार्गों पर बोली लगाने का विचार कर रही है. जनवरी, 2017 में जब बोलियां दी जाएंगी, हम पूरी तरह नए क्षेत्रीय बाजार का सृजन करेंगे.
एक हफ्ते के लिए मुफ्त की गई एयरपोर्ट की पार्किंग