हर साल 5 जून को मनाया जाने वाला विश्व पर्यावरण दिवस इस बार भी 5 जून 2018 को ही मनाया जाने वाला है. इस बार भारत विश्व पर्यावरण दिवस की मेजबानी करने का जिम्मा भारत को सौंपा गया है इस वजह से इस बार भारत ही विश्व पर्यावरण दिवस की मेजवबानी करते हुए नजर आएगा. हर बार विश्व पर्यावरण दिवस पर सभी लोगों से मिलकर यह आग्रह किया जाता है कि वह प्लास्टिक प्रदूषण को ना होने दें और साथ ही शांत और सुरक्षित पर्यावरण बनाए. इस बात का आग्रह पुरे विश्व से किया जाता है.
दुनियाभर में हर बार यह आग्रह किया जाता है कि कोई आईसीए तकनीक खोजी जाए जिससे कि प्लास्टिक का उपयोग बंद हो और हमारा पर्यायवरण सुरक्षित रहे. आज के समय में प्लास्टिक एक खतरा बन चुका है और मानव स्वास्थ्य से लेकर प्रकृति के लिए भी प्लास्टिक एक खतरा ही है. प्लास्टिक सभी जगहों को प्रदूषित कर रहा है साथ ही वह सभी लोगों के स्वास्थ्य पर भी बुरा असर डाल रहा है. इस साल भारत विश्व पर्यावरण दिवस की मेजबानी करने के लिए काफी उत्साहित है और अभी से उस पर काम भी शुरू कर दिया गया है.
प्रकृति को खुशनुमा बनाए रखने के लिए भारत हर साल, हर दिन अग्रसर रहता है. इस बार विश्व पर्यावरण दिवस के मेजबानी में भारत के द्वारा कई रुचिकर गतिविधियां और कार्यक्रम आयोजित होंगे जो मजेदार और रोमांचक होंगे. कई लोगों को इसमें भागीदारी भी मिल रही है. भारत में अभी से ही सार्वजनिक जगहों, राष्ट्रीय उद्यानों और जंगलों से प्लास्टिक को हटाया जा रहा है और समुद्र तटों की सफाई की जा रही है.
World Environment Day: प्रदूषित पर्यावरण से हो रहा है ये असर