केंद्रीय मंत्री उमा भारती ने प्रशासनिक काम काज में हिन्दी के इस्तेमाल को लेकर बयान दिया है की भारत आजादी के 68 सालो के बाद भी प्रशासनिक कामो में अंग्रेजी का इस्तेमाल कर रहा है, उनका कहना है की भारत आज भी आजाद नहीं हुआ है.
उन्होंने हिन्दी सलाहकार समिति की बैठक में कहा, ‘यह बहुत दुखद और शर्मनाक है कि अंग्रेजों के भारत छोड़ने के 68 साल बाद भी हम खुद को अंग्रेजी की गुलामी से मुक्त नहीं कर पाए हैं। केंद्रीय जल संसाधन मंत्री का कहना है. भारत प्रशासनिक कार्यो में भी अंग्रेजी का इस्तेमाल कर भारत और हिंदी की छवि खराब कर रहा है जो की भारत और हिंदी के लिए अच्छा नहीं है.
उन्होंने समिति की बैठक तीन साल के लंबे अंतराल के बाद होने पर नाराजगी जताई और कहा कि इसे कम से कम तीन महीने में होना चाहिए. उन्होंने कहा, ‘हमें यह सुनिश्चित करने की भी जरूरत है कि इन बैठकों में लिए जाने वाले फैसलों को तय समय सीमा में लागू किया जाए।’ भारती के साथ मौजूद जल संसाधन राज्य मंत्री संजीव बालियान ने उनकी बात का समर्थन करते हुए कहा कि हर किसी को हिन्दी के उपयोग पर गर्व करना चाहिए.