नई दिल्ली: कोविड -19 महामारी प्रभावित अर्थव्यवस्था काफी हद तक। भारत सरकार ने अर्थव्यवस्था पर इसके प्रभाव को कम करने के प्रयास किए हैं। विश्व बैंक की अधिकारी के साथ चर्चा के दौरान वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि देश ने महामारी के फैलाव को रोकने के लिए कई उपाय किए हैं, साथ ही अर्थव्यवस्था पर इसके प्रभाव को भी कम किया है ।
सीतारमण ने कहा कि अप्रैल में हमारी पिछली बैठक से पहले शुरू हुई कोरोना महामारी का आज तक विकासशील और विकसित देशों पर प्रभाव बना हुआ है और कई वर्षों में हासिल गरीबी के स्तर को कम करने में कड़ी मेहनत से लड़े गए लाभ ों से उनके खो जाने का बड़ा खतरा है । एफएम ने यह भी कहा कि सरकार ने गरीबों को सीधे नकद हस्तांतरण और खाद्य सुरक्षा उपाय प्रदान करने के लिए $23,बिलियन के पहले प्रोत्साहन की घोषणा की । इसके बाद 271 अरब डॉलर का विशेष आर्थिक पैकेज दिया गया। उन्होंने कहा, व्यवसायों को राहत देने, 44 केंद्रीय श्रम कानूनों को सरल, समामेलन और युक्तिसंगत बनाकर श्रम क्षेत्र में बड़े सुधार लाने, राशन कार्डों की राष्ट्रीय पोर्टेबिलिटी के माध्यम से प्रवासी कामगारों को प्रभावी सामाजिक सुरक्षा प्रदान करने के उपायों की घोषणा की गई ।
एफएम ने कहा कि सामूहिक कार्रवाई महामारी के प्रति प्रभावी प्रतिक्रिया में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है और वित्त वर्ष 2020 की चौथी तिमाही में मजबूत प्रदर्शन का स्वागत किया जिसमें विश्व बैंक समूह ने कोरोना प्रतिक्रिया के लिए $ 45 बिलियन की प्रतिबद्धता व्यक्त की है।
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