ढाका। विदेश मंत्री सुषमा स्वराज अपनी दो दिवसीय यात्रा के तहत ढाका पहुंची। ढाका पहुंचने पर उनका स्वागत किया गया। यहां उनकी भेंट बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना वाजेद से हुई। विदेश मंत्री स्वराज ने यहां उपस्थितों को संबोधित करते हुए कहा कि भारत पड़ोसी पहले की नीति अपनाता है। बांग्लादेश से उसके संबंध अच्छे हैं। हालांकि उन्होंने कहा कि बांग्लादेश और भारत के बीच कई ऐसे मसले हैं जो सुलझे नहीं हैं।
ऐसे में इन्हें मिलकर सुलझाना जरूरी है। उन्होंने आतंकवाद को लेकर कहा कि यह समाज के लिए विघटनकारी है। हमें नस्लीय और आतंकी हमले से बचने की रणनीति बनानी होगी। इसके लिए बांग्लादेश, भारत के साथ मिलकर कार्य करेगा। उन्होंने रोहिंग्या शरणार्थियों को लेकर उपजी परेशानी पर गंभीरता से चर्चा की। उनका कहना था कि दोनों ही देश म्यांमार से यह अपील करते हैं कि वे रोहिंग्या शरणार्थियों को वापस बुला ले।
उनका कहना था कि हमें आतंकी और आम आदमी में अंतर करना होगा। बांग्लादेश में विदेश मंत्री सुषमा स्वराज की यात्रा बेहद सकारात्मक नज़र आ रही है। दोनों ही देशों ने सिलीगुड़ी से बांग्लादेश के पार्वतीपुर के बीच पेट्रोलियम पाइपलाईन का निर्माण करने के लिए प्रोजेक्ट प्रारंभ होने को लेकर सहमत हुए हैं। उन्होंने बताया कि सरकार बांग्लादेश के खुलना में सूक्ष्म, मध्यम उद्योग के विकास के लिए कार्य करेगी।
सुषमा स्वराज बांग्लादेश दौरे पर
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