नई दिल्ली : भारत जल्दी ही ब्रिटेन की अदालत को यह जानकारी देगा, कि भगोड़ा शराब करोबारी विजय माल्या को यदि भारत प्रत्यर्पित किया जाता है, तो जेल में उनके जीवन को कोई खतरा नहीं होगा. क्राउन प्रोस्क्यूशन सर्विस (सीपीएस) के माध्यम से भारत सरकार का यह आश्वासन वेस्टमीनिस्टर मैजिस्ट्रेट की अदालत को दिया जाएगा.
उल्लेखनीय है कि विजय माल्या ने ब्रिटेन की कोर्ट में भारतीय जेल में अपने जीवन के प्रति खतरा बताया था .इस बारे में केंद्रीय गृह सचिव राजीव गाबा की अध्यक्षता में कल हुई उच्च स्तरीय बैठक में यह निर्णय लिया गया .इस बैठक में विदेश मंत्रालय सहित विभिन्न विभागों के प्रतिनिधि मौजूद थे. बैठक में माल्या की इस आशंका को खारिज किया, कि यहाँ चल रहे मामलों की सुनवाई के लिए माल्या को भारत वापस भेजा जाता है, तो भारतीय जेल उनके लिए सुरक्षित नहीं होंगे.
बता दें कि भारत सरकार ब्रिटेन की अदालत के सामने अपना पक्ष रख कर कोर्ट को आश्वस्त करेगी, कि माल्या को ऑर्थर रोड जेल में रखकर उन्हें विचाराधीन कैदी के रूप में पूरी सुरक्षा दी जाएगी.स्मरण रहे कि वेस्टमीनिस्टर मैजिस्ट्रेट की अदालत 4 दिसंबर से प्रत्यर्पण कार्यवाही की सुनवाई आरम्भ करेगी.
यह भी देखें
माल्या के प्रत्यर्पण में मिल सकती है निराशा
ED ने उठायी माल्या को घोषित अपराधी करार देने की मांग