नई दिल्ली: भारत सरकार ने अफगानिस्तान को 20 हजार मीट्रिक टन गेहूं की मदद देने का ऐलान किया है। भारत के इस फैसले पर तालिबान ने खुशी जताई है। तालिबान ने भारत की प्रशंसा करते हुए आभार प्रकट किया है। दरअसल, काबुल को यह मदद पाकिस्तान के रास्ते नहीं, बल्कि ईरान के चाबहार पोर्ट के माध्यम से दी जाएगी और ऐसा तालिबान के अफगानिस्तान के कब्जे के बाद पहली बार हो रहा है, जब भारत इस रास्ते से उसे मदद भेजेगा।
रिपोर्ट के अनुसार, भारत के अफ़ग़ानिस्तान को गेहूं भेजने पर तालिबान ने कहा है कि हम भारत द्वारा अफगानिस्तान को 20,000 मीट्रिक टन गेहूं के वितरण की बहुत तारीफ करते हैं। यह एक मानवीय कदम है, जो दोनों क्षेत्रीय देशों के बीच विश्वास और संबंधों को बढ़ावा देगा। तालिबान ने भारत के फैसले का स्वागत करते हुए कहा कि इस प्रकार के कदम दोनों देशों के बीच भरोसे को बढ़ाएंगे। उल्लेखनीय है कि मंगलवार को जारी किए गए बयान में भारत ने कहा कि मौजूदा वक़्त में अफगानिस्तान संकट का सामना कर रहा है। इसको दूर करने के लिए भारत सहायता करेगा। भारत ने इस दौरान अफगानिस्तान को 20 हजार मीट्रिक टन गेहूं देने की घोषणा की है।
बता दें कि इससे पहले भारत ने 2020 में चाबहार बंदरगाह के रास्ते अफगान को मानवीय मदद के रूप में 75,000 मीट्रिक टन गेहूं भेजा था। तालिबान ने भी उम्मीद जताई है कि भारत से मिलने वाली सहायता अफगान के लिए बेहद मददगार साबित होगी। बता दें कि इससे पहले भारत ने पाकिस्तान के जरिए सड़क के रास्तों से अफगानिस्तान को लगभग 40,000 टन गेहूं की आपूर्ति की है, मगर उस समय कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ा था।
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