इस्लामाबाद। भारत पाकिस्तान व चीन की ओर से सीमा क्षेत्र पर बढ़ते हमले को लेकर अपनी तैयारी में लगा है। सीमा क्षेत्र में युद्ध जैसे हालात हैं। हालात ये हैं कि वाइस चीफ के वित्तीय अधिकारों में बढ़ोतरी को लेकर उन्हें 40 हजार करोड़ के सैन्य साजो सामान की खरीद के अधिकार दिए गए। मिली जानकारी के अनुसार सेना मुख्यालय द्वारा रक्षामंत्री व कैबिनेट मंत्री को स्वीकृति के बगैर आवश्यकता पड़ने पर लड़ाई हेतु 40 हजार करोड़ के हथियार व गोला बारूद की खरीदी की जा सकेगी।
पूर्व प्रधानमंत्री डाॅ. मनमोहन सिंह ने 40 दिन के वाॅर रिज़र्व न होने पर चिंता जताई थी मगर तब साजो सामान की अधिक खरीदी नहीं की गई थी। रक्षा सूत्रों के अनुसार सितंबर 2016 में किए गए सर्जिकल स्ट्राइक के बाद सेना द्वारा लगभग 12 हजार करोड़ के हथियार व बारूद की खरीदी की गई है। इस मामले में नोटिफिकेशन जारी कर दिया गया है।
गौरतलब है कि मार्च माह तक सेना द्वारा 12 हजार करोड़ रूपए खर्च कर 19 रक्षा सौदे किए गए। इस दौरान 11 सौदे गोला बारूद हेतु कर दिए गए। सेना के समीप लगभग 46 महत्वपूर्ण हथियार जमा किए गए हैं। बढ़ती आतंकी वारदाताओं,पाकिस्तान द्वारा किए जाने वाले सीज़फायर उल्लंघन और चीन द्वारा सिक्किम क्षेत्र में भारत के सैनिकों से धक्का मुक्कि किए जाने को लेकर भारत अपनी ओर से जवाबी कार्रवाई करता रहा है। बारूदों की खरीद को लेकर कहा गया कि 11 सौदे गोला बरूद के लिए हुए। सेना के पास लगभग 46 तरह के हथियार सेना के पास हैं। इतना ही नहीं हथियारों के कलपुर्जे 20 तरह के गोला बारूद व माइन्स आदि हैं।
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