चीन में आयोजित एशियन गेम्स 2023 में जैवलिन थ्रो फाइनल में भारत ने दो पदक हासिल किए। इस स्पर्धा में भारत के गोल्डन बॉय नीरज चोपड़ा ने स्वर्ण पदक जीता, जबकि भारत के किशोर कुमार जेना ने रजत पदक जीतकर सफलता हासिल की। गौरतलब है कि यह एशियाई खेलों में नीरज का लगातार दूसरा स्वर्ण पदक है। इसी तरह, किशोर ने भी व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ रिकॉर्ड स्थापित करते हुए रजत पदक जीता। इन दोनों एथलीटों की पदक जीत के साथ एशियाई खेलों में भारत के कुल पदकों की संख्या अब 80 हो गई है।
नीरज चोपड़ा एशियन गेम्स के जैवलिन थ्रो फाइनल के पहले राउंड से ही सबसे आगे रहे। इस इवेंट में नीरज का पहला थ्रो टैकनिकल समस्याओं के चलते काउंट नहीं हुआ। तत्पश्चात, ये थ्रो नीरजन ने फिर से लिया तथा 82.38 की दूरी तय की। वहीं इसी इवेंट में भारत के किशोर कुमार जेना ने अपना पहला थ्रो 81.26 मीटर फेंका। वह प्रथम राउंड में दूसरे नंबर पर रहे। इसके अतिरिक्त दूसरे राउंड में नीरज 84.49 मीटर फेंकने में सफल रहे। जोकि उनके पहले थ्रो से भी बहुत आगे था। वहीं जेना की बात करें तो 79.76 मीटर थ्रो फेंक पाए।
जैवलिन थ्रो के फाइनल में तीसरे राउंड में भारत के ही किशोर कुमार जेना ने नीरज चोपड़ा को पीछे छोड़ दिया। किशोर ने 86.77 की थ्रो फेंक कर फाइनल में लीड ले ली। इसी के साथ किशोर ने नीरज को पीछे छोड़ते हुए स्वर्ण पदक की दावेदारी पेश की। बता दें कि नीरज का तीसरा थ्रो फाउल के चलते काउंट ही नहीं हुआ। हालांकि इसके पश्चात अगले राउंड की थ्रो में नीरज ने किशोर को पीछे छोड़ दिया। नीरज का ये थ्रो 88.88 का रहा। जिसके चलते वो नंबर एक पर फिर से पहुंच गए। वहीं किशोर भी इस राउंड में आदिक पीछे नहीं रहे और उन्होंने अपनी पिछली थ्रो से बेहतर दूरी नापते हुए 87.54 मीटर का थ्रो फेंका। हालांकि नीरज फिर भी आगे निकलने में सफल रहे। तत्पश्चात, अगले राउंड में नीरज ने 80.80 का थ्रो फेंका और किशोर फाउल के चलते अपना काउंट नहीं करा पाए।
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