इंडिया को डेविस कप विश्व ग्रुप-1 में पहुंचने के लिए रोहन बोपन्ना और दिविज शरण को जीत की आवश्यकता थी। दिल्ली जिमखाना के कोर्ट पर दोनों खिलाड़ियों ने 3 मैच प्वाइंट बचाकर 3 सेटों के संघर्ष में फ्रेडरिक नीलसन और मिकेल टोरपीगार्ड को हराकर इंडिया को वर्ल्ड ग्रुप में स्थान दिलवाया है।
फरवरी 2019 के उपरांत से अपना पहला डेविक कप मुकाबला खेल रहे बोपन्ना-शरण ने 118 मिनट के संघर्ष में 6-7 (3), 6-4, 7-6 (4) से नीलसन-टोरपीगार्ड को मात दी है। बोपन्ना ने पहला सेट टाईब्रेकर में हारने के उपरांत दूसरे सेट के पहले ही गेम में नीलसन की सर्विस तोड़ दूसरा सेट अपने नाम कर लिया है। तीसरे सेट में स्कोर 5-6 था और दिविज अपनी सर्विस पर 0-40 से पिछड़े थे। डेनमार्क के पास 3 मैच प्वाइंट थे, लेकिन डेनिस टीम तीन प्वाइंट भुना नहीं पाई और भारत को 3-0 से अजेय को बढ़त मिल गई।
रामकुमार के हाथ लगी बाजी: पहले उलट एकल में रामकुमार रामानाथन ने इंगिल्डसन को 5-7, 7-5, 10-7 से परास्त कर इंडिया को 4-0 से जीत दिलवा दी है। पहले उलट एकल में रामानाथन हार की कगार पर थे। दूसरे सेट में इंगिल्डसन को कई अवसर हाथ आए है। 5-6 और 30-30 के स्कोर पर उन्होंने लगातार 2 डबल फॉल्ट कर रामकुमार को सेट झोली में डाल दिया। सुपर टाईब्रेकर में भी संघर्ष हुआ, लेकिन बाजी रामकुमार के हाथ लगी। महत्वहीन दूसरे उलट एकल को खेलने की आवश्यकता महसूस नहीं की गई। इस दौरान दिग्गज विजय अमृतराज को डेविस कप में उनके शानदार प्रदर्शन के लिए सम्मानित किया जा चुका है।
चेल्सी के मालिक अब्रामोविच को भुगतना पड़ा पुतिन से मित्रता का खामियाजा
रामकुमार रामनाथन और युकी भांबरी के आगे नहीं टिक पाए डेनमार्क के खिलाड़ी