भारत की युवा महिला ग्रैंडमास्टर कोनेरू हंपी ने वर्ल्ड रेपिड चैंपियनशिप 2019 का खिताब जीत चुकीं है. वहीं बीते शनिवार 28 दिसंबर 2019 को हंपी ने ब्लिट्ज प्लेऑफ में चीन की लेई तिंगजी को हराकर यह उपलब्धि अपने नाम की. पुरुषों में नॉर्वे के मैग्नस कार्लसन ने तीसरी बार इस खिताब पर कब्जा जमाया.
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार भारत की सबसे युवा महिला ग्रैंडमास्टर हंपी ने साल 2016 में शतरंज को विराम देने का फैसला किया था जिसने भारतीय शतरंज प्रेमियों को निराश कर दिया था. इसके बाद हंपी मां बन गईं और शतरंज से उनका ब्रेक दो साल तक बरकरार रहा. साक 2018 में जब वह शतरंज में वापस लौटी तब सभी उनके प्रदर्शन को लेकर संशय में थे. जंहा लोगों को संदेह था कि वे पहले की तरह प्रदर्शन नहीं कर पाएंगी.
जानकारी के लिए हम आपको बता दें कि हालांकि हंपी ने किसी की बातों पर ध्यान नहीं दिया और कड़ी मेहनत करती रहीं जिसका परिणाम उन्हें साल 2019 में मिला. उन्होंने लगभग 30 एलो अंक प्राप्त किए, स्कोलोवो महिला जीपी जीती और अब विश्व रैपिड चैंपियनशिप का खिताब भी अपने नाम कर लिया.
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