नई दिल्ली। मेक इन इंडिया प्रोजेक्ट के तहत और स्ट्रेटेजिक पार्टनरशिप की नीति के अंतर्गत सशस्त्र बलों की ओर विदेश सिंगल इंजन फाइटर्स व युद्धक टैंक्स की खरीद के प्रस्ताव किए गए हैं। मगर सुरक्षाबलों के लिए स्वदेशी लाइट काॅम्बैट मिसान तेजस और युद्धक टैंक अर्जुन के नए वर्जन हेतु जो प्रस्ताव शामिल किया गया था उसे रद्द कर दिया गया है।
सेना चाहती है कि युद्ध के मैदान में वह दुश्मन के सामने मजबूत हो। ऐसे में मेकइन इंडिया के तहत विदेशी कंपनियों को आमंत्रित किया गया है। भारतीय वायुसेना की ओर से जल्द 114 सिंगल इंजन फाइटर जेट्स हेतु निविदाऐं आमंत्रित की जा सकेगी। मिली जानकारी के अनुसार डिफेंस प्रोडक्शन के क्षेत्र में रक्षामंत्रालय द्वारा स्ट्रेटेजिक पार्टनरशिप पर ध्यान दिए जाने की नीति के अंतर्गत इस तरह के कदम उठाए जा सकते हैं।
हालांकि भारत का रक्षा बजट काफी है। ऐसे में नए प्रोजेक्ट के लिए इस बजट में आवंटन काफी कम हो जाएगा। पहले की डील्स की किश्तों का भुगतान करने में ही अधिकांश रकम जा रही है। यदि भारतीय वायु सेना को फाईटर जेट्स दिए जाने हैं तो इसके लिए रक्षामंत्रालय को लगभग 1.15 लाख करोड़ रूपए खर्च करने होंगे। हालांकि विभिन्न प्रोजेक्टस के लिए हिंदुस्तान एयरोनाॅटिक्स लिमिटेड को बेहतर माना जाता है।
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