वाशिंगटन: नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) और एनआरसी के विरोध में अब अमेरिका में भी भारतीय समुदाय के लोगों ने यहां भारतीय दूतावास के सामने महात्मा गांधी की प्रतिमा के सामने प्रदर्शन करना शुरू कर दिया है. जंहा अमेरिका में रहने वाले भारतीय मुस्लिमों के संगठन ने इस विरोध प्रदर्शन का आयोजन किया जा रहा है.
नागरिक अधिकारों को लेकर प्रदर्शन: भारतीय मूल के अमेरिकी और वाशिंगटन के एनजीओ सेंटर फॉर प्लुरलिजम के माइक घोस ने कहा कि वो लोग यहां सिर्फ नागरिक अधिकारों और धार्मिक स्वतंत्रता के उद्देश्य से जमा हुए हैं.
भारत में सरकार संविधान की भावना के खिलाफ काम कर रही: वहीं बीते रविवार को आयोजित रैली में शामिल वक्ताओं ने आरोप लगाया कि भारत में सरकार संविधान की भावना के खिलाफ काम कर रही है.
भारत सरकार से सीएए और एनआरसी को वापस ले:रैली में एक प्रस्ताव पास कर भारत सरकार से सीएए और एनआरसी को वापस लेने की मांग भी की गई.
एनआरसी को लेकर पीएम मोदी के बयान पर विपक्ष ने साधा निशाना: सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार इस बात का पता चला है कि राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (एनआरसी) को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बयान पर राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा), कांग्रेस और वामदलों ने निशाना साधा है. दिल्ली के रामलीला मैदान की जनसभा में पीएम मोदी ने कहा था कि देशभर में एनआरसी लागू करने पर उनकी सरकार में कभी चर्चा ही नहीं हुई है. एनआरसी पर प्रधानमंत्री मोदी के बयान पर हैरानी जताते हुए राकांपा प्रमुख शरद पवार ने कहा कि जब भी कोई बड़ी नीति लाई जाती है तो सरकार के स्तर पर उस पर चर्चा की जाती है. इस तरह की नीति बिना चर्चा के अचानक से देश के सामने नहीं पेश की जाती है.
इस तरह जीने वाले व्यक्ति करते है दुनिया पर राज़
जमाल खशोगी हत्याकांड मामले में पांच दोषियों को सुनाई गई मौत की सजा
पैसों के लिए 17 दिनों से हो रही थी हड़ताल, इस राष्ट्रपति ने अपनी पेंशन छोड़ पेश की मिसाल