नई दिल्ली: अर्धसैनिक बल के चीफ ने रविवार को कहा है कि CRPF ने पुलवामा में जवानों के वाहन से विस्फोटक भरे वाहन को टकरा देने जैसे ‘नए प्रकार’ के खतरे को देखते हुए अपनी मानक संचालन प्रक्रियाओं (एसओपीएस) में सुधार करने का फैसला लिया है. इस हमले में 44 जवान शहीद हो गए थे. सीआरपीएफ के महानिदेशक आर आर भटनागर ने 14 फरवरी को हुए आत्मघाती आतंकी हमले के बाद घाटी की दो दिवसीय यात्रा के बाद कहा, ‘हमने कश्मीर में हमारे काफिले की आवाजाही में नए नियम जोड़ने का फैसला लिया है.’
वेब सीरीज में डेब्यू करने जा रही हैं करिश्मा कपूर, इंटरनेशनल शो पर है आधारित
उन्होंने कहा है कि, ‘यातायात नियंत्रण के अलावा काफिले के गुजरने के वक़्त, उनके रुकने के स्थानों पर तथा सेना और जम्मू कश्मीर पुलिस सहित सुरक्षा बलों के साथ समन्यवय में आवागमन में परिवर्तन किया जाएगा.’ भटनागर ने कहा है कि पुलवामा में लाटूमोड में हुए आतंकी हमले के बाद दो काफिलों को गुजारा गया और इन नए कदमों का निरिक्षण किया जा रहा है और इन्हें मानक संचालन प्रक्रियाओं (एसओपीएस) के तहत लागू किया जाएगा. इस भीषण आतंकी हमले के बाद गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने घाटी का दौरा करने के बाद कहा था कि जम्मू कश्मीर में सुरक्षा बलों के काफिले के गुजरने के समय आम नागरिक वाहनों की आवाजाही रोकने का फैसला लिया गया है.
RBI ने बैंकों को जारी की चेतावनी, इस तरह से हो रही धोखाधड़ी
उन्होंने कहा है कि,‘‘ हम बारीकियों पर नहीं जाएगें किन्तु हम रणनीति बना रहे है. यह कुछ ऐसा है जिसे हम पहले भी कर चुके हैं और यह जारी है.’ भटनागर ने कहा है कि, ‘एक आत्मघाती आतंकी हमलावर हमारे वाहन के पास आता है और विस्फोटकों से उड़ा देता है, इस नए खतरे को देखते हुए रणनीतियों पर कार्य चल रहा है.’
खबरें और भी:-
शादी के सीजन में चमका बाज़ार, सोने के साथ चांदी भी चमकी
बेंगलुरु में शुरू होने वाले नेशनल कैंप के लिए हॉकी इंडिया ने की 34 खिलाड़ियों की घोषणा
पुलवामा हमले को लेकर व्हॉट्सएप पर लिख दिया 'पाकिस्तान जिंदाबाद', गिरफ्तार