नईदिल्ली। भारतीय सुरक्षा बल ने म्यांमार की सीमा पर एक महत्वपूर्ण अभियान चलाया। सुरक्षा बल ने यहाॅं पर एनएससीएन, खापलांग समूह के उग्रवादियों को ढेर कर दिया। इस मामले में भारतीय सुरक्षा बल की पूर्वी कमान के अधिकारी ने ट्विटर पर ट्वीट किया। उन्होंने इस सैन्य कार्रवाई की पुष्टि की।हालांकि सेना ने बयान जारी कर कहा है कि, उसने नियंत्रण रेखा पार नहीं की है और अपनी कार्रवाई की है। उग्रवादियों द्वारा की गई फायरिंग को लेकर सेना ने जवाबी कार्रवाई की।
इस कार्रवाई में कुछ उग्रवादी मारे गए। भारतीय सेना ने तड़के करीब 4.45 बजे अभियान चलाया। सुरक्षा बल इंडो म्यांमार सीमा पर पहुॅंचा और लंगखू गांव में मौजूद उग्रवादियों पर हमला किया। हमले से उग्रवादी खुद को संभाल नहीं पाए। हमले के बाद उग्रवादियों में हड़कंप मच गया और वहाॅं मौजूद अन्य उग्रवादी यहाॅं - वहाॅं भागने लगे। हालांकि सुरक्षा बल को भी उग्रवादियों की गोलियों का सामना करना पड़ा, लेकिन इस हमले में किसी सैनिक के हताहत होने की जानकारी नहीं मिली है।
उल्लेखनीय है कि, हमले के कुछ दिन पूर्व ही भारतीय थल सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत ने उग्रवादियों को चेतावनी दी थी और, कहा था कि, पाकिस्तान से सटी सीमा पर नियंत्रण रेखा के पार जाकर सर्जिकल स्ट्राईक की गई थी, इस कार्रवाई से पाकिस्तान को भारतीय सेना के बारे में पता लगा था और यह उसके लिए एक चेतावनी थी।
यह भी कहा गया था कि यदि सर्जिकल स्ट्राईक की आवश्यकता होती है तो भारत उचित कार्रवाई करेगा। गौरतलब है कि सेना ने बीते वर्ष 28 - 29 सितंबर को भारत - पाकिस्तान नियंत्रण रेखा के पार जाकर आतंकियों के लाॅन्च पैड ध्वस्त कर दिए थे। इस कार्रवाई में बड़े पैमाने पर आतंकी मारे गए थे। भारत की इस कार्रवाई की विश्वभर में चर्चा हुई थी।
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