नई दिल्ली: इंडियन आर्मी ने 15,000 फुट की ऊंचाई पर चीन के खिलाफ नई युद्ध रणनीति का अभ्यास आरंभ किया है. यह अपनी तरह की पहली युद्ध रणनीति है. अरुणाचल प्रदेश में लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल (LAC) से 100 किमी दूर यह युद्धाभ्यास किया जा रहा है. सेना द्वारा अपनाए गए नए इंटीग्रेटेड बैटल ग्रुप्स (IBGs) की क्षमता का टेस्ट करने के लिए अरुणाचल प्रदेश के तवांग में कई चरणों में इस युद्धाभ्यास का आयोजन किया जा रहा है.
सूत्रों ने बताया है कि प्रारंभिक योजना अरुणाचल प्रदेश के निचले इलाकों में अभ्यास करने की थी, किन्तु उससे सेना का उद्देश्य पूरा नहीं होता. सेना अपनी नई रणनीति की क्षमता को उन इलाकों में परखना चाहती है जहां कभी भी युद्ध का आगाज़ हो सकता है. ये इलाके लगभग 15,000 फुट की ऊंचाई पर हैं, जहां पर चीन से बचाव के लिए आर्मी की अग्रिम चौकियां व पोस्ट हैं और बटालियन तैनात हैं.
अरुणाचल प्रदेश की बॉर्डर के उस पार तिब्बत का वह स्वायत्त इलाका है जो अभी चीन के कब्जे में है. सूत्रों ने बताया है कि चीन इस युद्धाभ्यास से थोड़ा चिंतित अवश्य है, किन्तु इसके बारे में कूटनीतिक स्तर पर बातचीत हो चुकी है. इसी माह चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग भारत दौरे पर आ रहे हैं, इस दौरे और मामले की संवेदनशीलता के मद्देनज़र यह फैसला लिया गया है कि यह युद्धाभ्यास लाइन ऑफ कंट्रोल से 100 किमी दूर किया जाएगा.
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