नई दिल्ली। भारत के नवनियुक्त सेा प्रमुख जनरल बिपिन रावत द्वारा कहा गया कि सेना पाकिस्तान और चीन के साथ जंग लड़ने के लिए मुस्तैद है। ऐसा नहीं है कि हमारी तैयारी नहीें है। सेना ने अपनी तैयारी की हुई है। दरअसल वे एक टेलिविजन चैनल को साक्षात्कार दे रहे थे। जिसमें उन्होंने कहा कि सीमा पार से होने वाले आतंकवाद का सामना करने के लिए भारत के पास सर्जिकल स्ट्राईक से भी प्रभावी रास्ते हैं इतना ही नहीं इस तरह का संदेश दिया जा सकता है। इस मामले में जनरल रावत द्वारा यह भी कहा गया है कि शत्रु द्वारा आतंकवाद को समर्थन देना अभी भी जारी है।
मगर देश की बल प्रयोग करने की रणनीति स्पष्ट है। सेना के बेस कैंप पर हमले से जुड़े प्रश्न पर उन्होंने कहा कि विश्व में आतंकी हमलों के तरीके अलग हैं। आतंकी सेना के कैंप पर हमला करने में लगे हैं। आतंकियों का आने वाला कदम आखिर क्या होगा। इसे लेकर सेना प्रमुख ने कहा कि सरकार से मिले दिशा निर्देशों को ध्यान में रखते हुए सेना की स्थिति के साथ तालमेल किया जाएगा
और फिर ऐसे कदम उठाऐंगे जिससे स्थिति नियंत्रित हो। पश्चिम बंगाल से जुड़े मसले पर उन्होंने कहा कि सेना राजनीति से अलग है। सेना का काम सेना करती है। सिविल और मिलिट्री संपर्क की व्यवस्था स्वस्थ्य बनी हुई है। उन्होंने कहा कि मानव संसाधन का विकास किए जाने के साथ सेना में नई तकनीक का उपयोग किए जाने पर ध्यान दिया जाएगा।