नई दिल्ली: इंडियन आर्मी को भविष्य में आने वाले हर संकट और स्थिति से बेहतर तरीके से निपटने के लिए लगातार मजबूत करने के प्रयास किए जा रहे हैं। सेना ने बंदूक, मिसाइल और ड्रोन के इमरजेंसी खरीद के लिए टेंडर जारी किए हैं। स्वदेशी हथियारों के साथ भविष्य में सामने आने वाले युद्ध से लड़ने के मकसद को अपने जहन में रखकर भारतीय सेना ने घरेलू निर्माताओं से हथियार और कई अन्य प्रणालियों को खरीदने के लिए टेंडर जारी किए हैं।
सरकार ने अहम वेपंस को खरीदने की दी इजाजत
सरकार ने इसी साल अगस्त महीने में ऑपरेशनल तैयारियों को और मजबूत बनाने के लिए रक्षा बलों को इमरजेंसी अधिग्रहण शक्तियों के तहत अहम वेपंस सिस्टम को खरीदने की इजाजत दी थी। इंडियन आर्मी का कहना है कि हमने भारतीय रक्षा उद्योग को इमरजेंसी खरीद के लिए अहम रक्षा उपकरणों की पेशकश करने के लिए आमंत्रित किया है। बंदूकें, मिसाइल, ड्रोन, काउंटर-ड्रोन, संचार और ऑप्टिकल सिस्टम, इंजीनियरिंग उपकरण और वैकल्पिक ऊर्जा संसाधनों के लिए प्रस्ताव रखे जा रहे हैं। भारतीय सेना के अनुसार ये प्रक्रिया सीमित समय सीमा पर आधारित करने के प्रयास जारी हैं
खरीद के लिए 6 महीने तक खुली रहेगी विंडो
इंडियन आर्मी की ओर से ये भी कहा गया है कि इस प्रक्रिया के तहत भारतीय उद्योगों के लिए खरीद करने के लिए समय सीमा 6 महीने होगी। खरीद के लिए विंडो 6 महीने के लिए खुली रहेगी। इसके साथ ही अनुबंध पर साइन करने के 1 साल के अंदर ही भारतीय उद्योगों को उपकरणों और स्वदेशी हथियारों की डिलीवरी देनी होगी। सेना ने ये भी कहा है कि खरीद की पूरी प्रकिया खुले टेंडर पूछताछ पर ही आधारित होगी।
बता दें कि सेना की आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए पिछले कुछ समय से मेक इन इंडिया के तहत सैनिक उपकरणों और हथियारों को विकसित करने पर काफी जोर दिया जा रहा है, जिससे हमारी भारतीय सेना के पास भी पर्याप्त साधन उपलब्ध रहें।
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