नई दिल्ली: भारत के बैंकों में लगातार खामियां निकलकर सामने आ रही हैं, जिससे जनता के लिए खासी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। बैंकों द्वारा दी जा रही खराब सेवाओं के खिलाफ लोगों का गुस्सा फूट पड़ा है हाल मेेंं बैंकों की शिकायतों में इजाफा हुआ है और वर्तमान में भी जनता इनसे परेशान है, यहां हम आपको बता दें कि पिछले एक दशक में रोजाना हो रही बैंक शिकायतों का आंकड़ा दोगुने से भी अधिक हो गया है।
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देश में बैंकों से संबंधित शिकायतों में सबसे ज्यादा शिकायतें एटीएम से संबंधित हो रही हैं और ग्राहकों की शिकायतें भी इसी को लेकर सबसे ज्यादा बढ़ रही हैं। 2016 से 2017 तक बैंकों की शिकायतों में 22 प्रतिशत की वृद्धि हुई है, इसके अलावा जो शिकायतें हुई हैं उनमें कुछ को स्वीकार किया गया है और कुछ को अस्वीकार इसके साथ ही जनता द्वारा भी शिकायतों को वापिस लिया गया है।
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गौरतलब है कि भारतीय रिजर्व बैंक ही देश में संचालित सभी बैंकों को निर्देशित करता है और रिजर्व बैंक के अनुसार 2008 के आंकड़ों के मुताबिक 132 औसतन शिकायतें आती थी लेकिन अब ये आंकड़ा बढ़कर 309 पर पहुंच गया है। इसके अलावा रिजर्व बैंक ने इन शिकायतों के समाधान के लिए 21 अधिकारियों की विशेष इकाई घोषित की है जो इस तरह की शिकायतों को जल्द से जल्द निपटाएगा।
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