बीजिंग: भारत के विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने सोमवार को बीजिंग में चीन के उपराष्ट्रपति वांग चिशान के साथ द्विपक्षीय वार्ता की. पद संभालने के बाद विदेश मंत्री जयशंकर का ये पहला चीन का दौरा है. कश्मीर मसले को लेकर पाकिस्तान के साथ गहराए तनाव को देखते हुए विदेश मंत्री के दौरे को काफी अहम् माना जा रहा है. क्योंकि जम्मू-कश्मीर से धारा 370 को हटाए जाने के बाद पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी भी चीन यात्रा पर गए थे.
लंच के बाद दोनों देशों के विदेश मंत्रियों ने एकसाथ भारत-चीन मीडिया फोरम का उद्घाटन करने के बाद मीडिया में बयान भी जारी किया. अब जयशंकर भारत-चीन उच्च स्तरीय बैठक (HLM) सह अध्यक्षता करेंगे. एचएलएम की इस बैठक में दोनों राष्ट्रों के मध्य अधिक से अधिक तालमेल बनाए रखने के लिए पर्यटन, कला, फिल्मों, मीडिया, संस्कृति और खेल जैसे क्षेत्रों में बढ़ावा मिलेगा. साथ ही संस्कृति के आदान-प्रदान का एक बेहतर जरिया साबित हो सकता है.
विदेश मंत्री एस जयशंकर के चीन दौरे पर जाने से पहले, विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने चीन को भारत का अहम् भागीदार करार दिया था. उनका कहना था कि चीन के साथ कई द्विपक्षीय मुद्दों पर चर्चा की जानी है.
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