ड्राइवरलेस कार बनाने का काम सबसे पहले गूगल ने शुरू किया था, लेकिन अब टेस्ला मोटर्स, जीएम और फोर्ड भी जोर-शोर से ड्राइवरलेस कारें बनाने में जुटी हुई हैं। आपको बता दे कि अब भारत की सड़कों पर भी जल्द ड्राइवरलेस कारे चलेगीं है। क्योंकि सरकार मोटर व्हीकल एक्टं में संशोधन की तैयारी कर रही है। बताया जा रहा है कि संशोधनों के बाद ड्राइवर के बिना चलने वाली गाड़ियों की टेस्टिंग के लिए परमिट दे दिया जाएगा।
सड़क एवं परिवहन मंत्रालय से जुड़े एक अधिकारी ने अंग्रेजी बिजनेस न्यूजपेपर इकोनॉमिक टाइम्स को बताया कि सरकार मोटर व्हीकल एक्ट में संशोधन होने के बाद एक-एक करके ऐसी गाड़ियों की टेस्टिंग की इजाजत देगी। इस कदम से ड्राइवरलेस टेक्नोलॉजी पर काम कर रहीं भारतीय कंपनियां भी स्वचलित गाड़ी बनाने की वैश्विक दौड़ में हिस्सा ले पाएंगी। टाटा ग्रुप की डिजाइन और तकनीकी शाखा टाटा एलेक्सी भी ड्राइवरलेस कार को टेस्ट करने की तैयारी में है। हालांकि कंपनी ने इस रिपोर्ट पर कमेंट करने से इनकार कर दिया।
कार बनाने वाली और तकनीकी कंपनियां जैसे टेस्ला मोटर्स, चीन की बाइडू, गूगल, ऊबर, फोर्ड और जनरल मोटर्स ड्राइवरलेस कारों पर काम कर रही हैं, जिन्हें दुनिया भर में टेस्ट किया जा रहा है। गूगल ऊबर पर ड्राइवरलेस तकनीक चुराने का आरोप भी लगा चुका है।
गूगल ने लगाया उबर पर चोरी का आरोप, दोनों की दोस्ती में पड़ी दरार
पोर्से ने भारत में पेश कि अपनी 911 R स्पोर्ट्स कार, जानिए इसकी कीमत