नई दिल्ली: पैरासिटामॉल को भी भारत सरकार ने प्रतिबंधित निर्यात की लिस्ट से हटा दिया है। विदेश व्यापार महानिदेशलय ने शुक्रवार को ही इस सम्बन्ध में अधिसूचना जारी की है। सूत्र बताते हैं कि फार्मास्युटिकल एक्सपोर्ट प्रमोशन काउंसिल के चेयरमैन दिनेश दुआ की अनुशंसा पर वाणिज्य मंत्रालय ने शीर्ष स्तर विचार करके यह फैसला लिया है।
बता दें कि भारत में पैरासिटामॉल का पर्याप्त स्टॉक है। भारत अगर पूरी क्षमता से पैरासिटामॉल का इस्तेमाल करे और पूरी क्षमता के साथ निर्यात करे तो भी छह महीने तक के लिए पैरासिटामॉल का स्टॉक उपलब्ध है। भारत के पास इस वक़्त कोई 62 हजार टन पैरासिटामॉल का स्टॉक है। चिकित्सा विशेषज्ञों का मानना है कि कोरोना वायरस संक्रमण के फैलाव में पैरासिटामॉल का भी योगदान है। विदेश से आने वाले लोग अपने बुखार को छिपाने के लिए कनेक्टिंग फ्लाइट ले लेते थे या फिर बीच में पैरासिटामॉल का सेवन कर लेते थे। इसके कारण भारतीय एयरपोर्ट्स पर होने वाली थर्मल चेकिंग में लोग बच गए थे।
वहां शरीर का सामान्य तापमान होने की वजह से एजेंसियों ने ऐसे लोगों को घर या अगले स्थान के लिए जाने दिया। आरएमएल के वरिष्ठ चिकित्सक का मानना है कि इनमें से कुछ लोग कोरोना वायरस से संक्रमित थे और बाद में इन्होंने तमाम लोगों को संक्रमण फैला दिया।
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