नई दिल्ली: कोरोना महामारी वाले साल में भी सरकार का इनकम टैक्स से राजस्व संग्रह में भारी इजाफा हुआ है. केन्द्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (CBDT) के अनुसार, 2020-21 का प्रत्यक्ष कर संग्रह इससे पिछले वित्त वर्ष के मुकाबले 5 फीसद ज्यादा है. CBDT के आंकड़ों के मुताबिक, सरकार के कुल प्रत्यक्ष कर संग्रह में कॉरपोरेट से होने वाली आमदनी 4.57 लाख करोड़ रुपये रही. जबकि आम लोगों की तरफ से व्यक्तिगत आयकर के रूप में 4.88 लाख करोड़ रुपये का राजस्व प्राप्त हुआ. इसमें प्रतिभूति ट्रांजैक्शन टैक्स भी शामिल है.
CBDT ने जानकारी देते हुए बताया है कि सरकार ने 2020-21 के लिए इनकम टैक्स से आय का अनुमान 9.05 लाख करोड़ रुपये रखा था. जबकि उसके ख़ज़ाने में 9.45 लाख करोड़ रुपये जमा हुए हैं. इस प्रकार सरकार का प्रत्यक्ष कर संग्रह बजट अनुमान का 104.46% है. इनकम टैक्स रिफंड का समायोजन करने से पहले सरकार को एडवांस टैक्स के रूप में कुल 4.95 लाख करोड़ रुपये का राजस्व प्राप्त हुआ है. इसके साथ ही TDS के रूप में 5.45 लाख करोड़ रुपये जबकि स्व-आकलन के आधार पर 1.07 लाख करोड़ रुपये का कर संग्रह हुआ.
वित्त मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि इतने मुश्किल समय में भी सरकार को इतना एडवांस टैक्स प्राप्त हुआ, जो इससे पिछले वित्त वर्ष की तुलना में 6.7 फीसद अधिक है. बता दें कि वित्त वर्ष 2020-21 में सरकार ने 2.61 लाख करोड़ रुपये का इनकम टैक्स रिफंड भी किया है. यह 2019-20 के 1.83 लाख करोड़ रुपये से 42.1 फीसद अधिक है.
यदि आपने भी नहीं लगवाई है वैक्सीन तो यहाँ दिया जा रहा वैक्सीन लगवाने का शानदार मौका
उत्तराखंड में भी लग सकता है नाईट कर्फ्यू, सीएम तीरथ बोले- जल्द लेंगे फैसला