इंडियन पुरुष और महिला हॉकी टीम शनिवार को यहां जब बेल्जियम के खिलाफ अपने FIH प्रो लीग अभियान को फिर से शुरू करने के लिये उतरेंगी तो उनका लक्ष्य राष्ट्रमंडल खेलों से पहली अच्छी लय भी प्राप्त करना जरुरी है। इंडियन पुरुष टीम को जहां मेजबान बेल्जियम (11 और 12 जून) और उसके बाद नीदरलैंड के विरुद्ध खेल (18 और 19 जून को रॉटरडैम में) से मैच खेलने हैं वहीं महिला टीम बेल्जियम (11 और 12 जून), अर्जेंटीना (18 और 19 जून) और अमेरिका (21 और 22 जून) से भिड़ती हुई दिखाई देने वाली है।
इंडियन महिला टीम के लिए ये मैच एक से 17 जुलाई तक स्पेन और नीदरलैंड में होने वाले महिला वर्ल्डकप से पहले अधिक महत्व रख रहे है। FIH प्रो लीग में भारतीय पुरुष टीम अभी 12 मैचों में 27 अंकों के साथ दूसरे नंबर पर बने हुए है। वह बेल्जियम से एक पायदान ऊपर है जिसके इंडिया के समान अंक हैं लेकिन गोल अंतर में उससे पीछे रह गए है। इंडिया को इन मैचों से फिर से शीर्ष पर पहुंचने का अवसर मिलने वाला है। नीदरलैंड अभी 10 मैचों में 28 अंकों के साथ शीर्ष पर काबिज है। ये मैच दोनों भारतीय टीम के लिये प्रो लीग में छाप छोड़ने के अलावा 28 जुलाई से 8 अगस्त तक होने वाले बर्मिंघम राष्ट्रमंडल खेलों के लिये अच्छी लय प्राप्त करने की दृष्टि से भी अहम् होने वाला है।
पुरुष और महिला हॉकी के मुख्य कोच क्रमश: बता दें कि ग्राहम रीड और जेनेका शोपमैन दोनों ने पहले ही बोला था कि वे यूरोपीय चरण के इन मैचों को अपनी टीमों रणनीतिक रूप से मजबूत करने के रूप में देखने में लगे हुए है। इंडिया ने यूरोप इस दौरे के लिये अमित रोहिदास के नेतृत्व में 20 सदस्यीय पुरुष टीम को मैदान में उतार चुके है। टीम की रक्षापंक्ति में अनुभवी गोलकीपर पीआर श्रीजेश और युवा सूरज करकेरा के साथ डिफेंडर सुरेंद्र कुमार, हरमनप्रीत सिंह, वरुण कुमार, अमित रोहिदास, जुगराज सिंह और जरमनप्रीत सिंह भी मौजूद है।
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