नई दिल्ली : सामान्य जनता के लिए अच्छी खबर है। थोक महंगाई दर अपने 22 महीने के सबसे नीचले स्तर पर पहुंच गई है। मई महीने में थोक महंगाई दर 2.45 फीसदी रही। थोक महंगाई दर में 0.62 फीसदी की कमी आई है। अप्रैल महीने में थोक महंगाई दर 3.07 फीसदी पर थी। हालांकि खाद्य थोक महंगाई दर 4.95 फीसदी से बढ़कर 5.1 फीसदी हो गई है।
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अब तक के सबसे निचले स्तर तक पहुंची
जानकारी के मुताबिक मई के दौरान थोक महंगाई दर 22 महीने के निचले स्तर पर पहुंच गई है। मई में थोक महंगाई दर 3.07 फीसदी से घटकर 2.45 फीसदी पर आ गई है। अप्रैल में खाद्य पदार्थों के महंगे होने के बावजूद विनिर्माण वस्तुओं और ईंधन की कीमतों मे नरमी से थोक मुद्रास्फीति गिरकर 3.07 प्रतिशत पर आ गई। थोक मूल्य सूचकांक आधारित मुद्रास्फीति मार्च, 2019 में 3.18 प्रतिशत थी जबकि अप्रैल , 2018 में यह 3.62 प्रतिशत पर थी।
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इस चीजों के दाम बढ़ना तय
इसी के साथ केंद्रीय सांख्यिकी कार्यालय ने बुधवार को ये आंकड़े जारी किये थे। उपभोक्ता मूल्य सूचकांक पर आधारित खुदरा मुद्रास्फीति में तेजी का मुख्य कारण सब्जियों, मांस तथा मछली की कीमतों का बढ़ना है। यह अप्रैल के 2.99 प्रतिशत की तुलना में अधिक है लेकिन मई 2018 के 4.87 प्रतिशत से कम है। मई में घटी थोक महंगाई, सालाना आधार पर थोक मूल्य सूचकांक आधारित महंगाई दर मई महीने में 2.45% रही जो अप्रैल महीने में 3.07% थी।
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