नई दिल्ली: पूरे देश में ही मानसून के एक्टिव होने के बाद से कहीं तेज तो कहीं मध्यम दर्जे की वर्षा हो रही है। कुछ स्थानों पर लगातार भारी बारिश के कारण भूस्खलन भी हुआ है और कुछ जगहों पर जान-माल का नुकसान भी हुआ है। स्काईमेट वेदर के अनुसार, दक्षिण-पश्चिम मॉनसून 2021 ने सीजन की पहली छमाही में सामान्य रूप से सामान्य बारिश दर्ज की गई है।
1 जून - 31 जुलाई के दौरान सामान्य औसत बारिश 452.2 मिमी के मुकाबले 449 मिमी दर्ज की गई है। अब तक रिकॉर्ड की गई कुल वर्षा लंबी अवधि के औसत (LPA) का 99.3 फीसद रहा है। आने वाले 72 घंटों के दौरान पश्चिम मध्य प्रदेश और पूर्वी राजस्थान में भारी से बहुत भारी बारिश होने का अनुमान जताया है। 5 अगस्त से दिल्ली समेत पंजाब हरियाणा और पहाड़ी राज्यों में बारिश में तेजी आने का अनुमान जताया गया है। बता दें कि देश के कुछ राज्यों हु्ई तेज बारिश के बाद कई नदियां उफान पर चल रही हैं। मौसम विभाग ने आज उत्तर प्रदेश, राजस्थान, हरियाणा, बिहार, पंजाब, उत्तराखंड, हिमाचल, अंडमान-निकोबार, कोंकण और गोवा में बारिश होने का अनुमान जताया है।
2 अगस्त से 5 अगस्त तक के लिए राजस्थान और मध्य प्रदेश में तेजी बारिश की संभावना के मद्देनज़र यहां रेड अलर्ट जारी किया गया है। यूपी के बांदा, ललितपुर, झांसी, आगरा, हमीरपुर, महोबा, इटावा और जालौन में तेज बारिश की संभावना को देखते हुए IMD ने अलर्ट जारी किया है। मौसम विभाग के अनुसार, 5 अगस्त तक फिलहाल यूपी को वर्षा से राहत नहीं मिलने वाली है। पिछले 24 घंटे में राज्य के विभिन्न जिलों में हल्की से मध्यम बारिश दर्ज की गई है।
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