नई दिल्ली: दक्षिण-पश्चिम राजस्थान पर चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बन रहा है. जबकि दक्षिण उत्तराखंड से उत्तर प्रदेश, उत्तर बिहार और उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल से होकर असम तक एक ट्रफ रेखा जा रही है. मौसम विभाग (IMD) के अनुसार, उत्तर भारत के ज्यादातर राज्य लू और गर्मी की गिरफ्त में हैं. भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के मुताबिक, देश की राजधानी दिल्ली में शुक्रवार देर शाम को हुई हल्की बारिश और हवाओं से लोगों को भीषण उमस और लू से मामूली राहत मिली है, किन्तु गर्मी से राहत के लिए अभी मॉनसून के लिए प्रतीक्षा करनी होगी.
मौसम विभाग (IMD) के अनुसार, दिल्ली में आज यानी रविवार को अधिकतम तापमान 39 डिग्री सेल्सियस जबकि न्यूनतम तापमान 26 डिग्री सेल्सियस रहने की संभावना है. वहीं, 7 जुलाई तक फिर तापमान बढ़ने की संभावना है, जो 41 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच सकता है. IMD के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्रा ने कहा है कि अरब सागर से आने वाली दक्षिण-पश्चिमी हवाओं की वजह से शनिवार से लू की तीव्रता और इसके क्षेत्र के दायरे में कमी आने की संभावना है. हालांकि, आने वाले सात दिन तक गर्मी से राहत नहीं मिलेगी.
IMD का कहना है कि शनिवार से अरब सागर से नम हवाएं गुजरात, राजस्थान और दिल्ली पहुंचने लगेंगी. तब जाकर गर्मी से कुछ राहत मिल सकेगी. मगर फिर भी दिल्ली, पंजाब और हरियाणा में 7 जुलाई तक मॉनसून की एंट्री नहीं होगी. 7 जुलाई के बाद बंगाल की खाड़ी से आने वाली हवाएं उत्तर भारत पहुंचेंगी. तब मॉनसून फिर एक्टिव होगा. 11-12 जुलाई को बंगाल की खाड़ी में कम दबाव का क्षेत्र भी बनेगा, जिससे कमजोर पड़े मॉनसून को शक्ति मिलेगी.
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