गला काटने का इशारा और काला झंडा..! जीता ईरानी खिलाड़ी, गोल्ड मिला भारतीय नवदीप को

गला काटने का इशारा और काला झंडा..! जीता ईरानी खिलाड़ी, गोल्ड मिला भारतीय नवदीप को
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नई दिल्ली: 2024 पेरिस पैरालिंपिक में भारत के लिए आखिरी और सबसे शानदार पदक उस समय आया जब नवदीप सिंह ने पुरुषों की भाला फेंक एफ41 श्रेणी में स्वर्ण पदक जीता। हालांकि, यह जीत एक नाटकीय घटनाक्रम के बाद आई। नवदीप ने शुरुआत में 47.32 मीटर की दूरी पर भाला फेंककर बढ़त बनाई, लेकिन ईरान के सादेग बेत सयाह ने 47.64 मीटर का थ्रो करके उनसे बढ़त छीन ली। नवदीप को रजत पदक मिलने की संभावना थी, लेकिन बेत सयाह को प्रतियोगिता के दौरान नियमों के उल्लंघन के कारण अयोग्य घोषित कर दिया गया, और नवदीप को स्वर्ण पदक से नवाजा गया।

 

विश्व पैरा एथलेटिक्स (WPA) ने बेत सयाह को प्रतियोगिता के दौरान दो पीले कार्ड और फिर एक लाल कार्ड दिए, जिसके बाद उन्हें अयोग्य घोषित कर दिया गया। पहला अपराध तब हुआ जब बेत सयाह ने अपना 47.64 मीटर का थ्रो पूरा करने के बाद प्रशंसकों की ओर गला काटने का इशारा किया, जो कि खेलों में असंगत और अनुचित आचरण माना जाता है। इसके बाद, जब बेत सयाह ने जीत का जश्न मनाते हुए एक धार्मिक झंडा दिखाया, तब उन्हें दूसरा पीला कार्ड मिला। यह झंडा इमाम हुसैन से संबंधित शिया धार्मिक प्रतीक था, और अंतर्राष्ट्रीय पैरालंपिक समिति (IPC) के नियमों के अनुसार, ऐसे किसी भी गैर-राज्य ध्वज को प्रदर्शित करने की अनुमति नहीं है।

बेत सयाह की अयोग्यता के बाद, नवदीप ने स्वर्ण पदक जीत लिया और भारत ने पेरिस पैरालिंपिक में कुल 29 पदक हासिल किए, जिनमें सात स्वर्ण शामिल थे। यह भारत का अब तक का सबसे सफल पैरालिंपिक अभियान बन गया। लेकिन यह घटनाक्रम एक गंभीर सवाल खड़ा करता है: जब एक खिलाड़ी खुलेआम खेल के मंच पर गला काटने का इशारा कर सकता है, तो कट्टरपंथियों, आतंकियों, और आम लोगों में भला कैसे फर्क किया जा सकता है? ऐसी हरकतें न केवल खेल के मूल्यों के खिलाफ हैं, बल्कि यह भी दर्शाती हैं कि कट्टरपंथी विचारधाराएं खेलों में भी प्रवेश कर रही हैं। पाकिस्तानियों खिलाड़ियों के मुंह से हम खुलेआम ग़ज़वा-ए-हिन्द (भारत के खिलाफ जंग) की बातें सुन चुके हैं। खेलों का उद्देश्य मानवता और एकता का संदेश देना होता है, लेकिन जब खेल के मैदान में भी इस तरह की हरकतें होती हैं, तो यह समाज के लिए एक गंभीर चिंता का विषय बन जाता है।

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