नई दिल्ली: भारतीय नौसेना की एक फ्रंटलाइन इंडियन वॉरशिप (Frontline Indian Warship) सऊदी अरब (Saudi Arabia) के साथ पहले नौसैनिक अभ्यास (Naval Exercise) में भाग ले रहा है. यह नौसैनिक अभ्यास गत वर्ष इंडियन आर्मी चीफ एमएम नरवणे की पश्चिम एशियाई देश की पहली यात्रा को देखते हुए दोनों पक्षों के बीच बढ़ते रक्षा संबंधों को दिखाता है.
इंडियन नेवी का प्रमुख विध्वंसक आईएनएस कोच्चि (INS Kochi), अल-मोहद अल-हिंदी 2021 अभ्यास (Al-Mohed Al-Hindi 2021 Exercise) के लिए सोमवार को पोर्ट अल-जुबैल (Port Al-Jubail) पर पहुंचा था. वॉरशिप शनिवार को अबू धाबी के तट पर संयुक्त अरब अमीरात (UAE) के साथ जायेद तलवार ड्रिल (Zayed Talwar Drill) अभ्यास करने के बाद सऊदी अरब के लिए रवाना हुआ था.
बता दें कि सऊदी अरब के साथ भारत के रक्षा और सैन्य संबंधों को इंडियन आर्मी चीफ जनरल एमएम नरवणे की रियाद (Riyadh) यात्रा के बाद मजबूती मिली है. गत वर्ष दिसंबर में किसी इंडियन आर्मी चीफ की ऐसी पहली यात्रा थी. नरवणे इसी दौरे पर UAE भी गए थे. अल-मोहद अल-हिंदी अभ्यास सोमवार को हार्बर फेज के साथ आरंभ हुआ. भारतीय दूतावास ने कहा कि यह ड्रिल द्विपक्षीय रक्षा संबंधों में एक नए अध्याय का आगाज़ करती है.
अडानी समूह अक्टूबर में गुवाहाटी हवाईअड्डे का कर सकता है अधिग्रहण: रिपोर्ट्स
केरल फिन कॉर्प ने स्टार्टअप्स के लिए शुरू किया वित्तीय सहायता कार्यक्रम