नई दिल्ली: कोरोना महामारी की वजह से पेट्रोलियम मार्केटिंग कंपनी इंडियन ऑयल (IOC) को विगत चार वर्षों में पहली बार किसी तिमाही में भारी घाटा हुआ है. महंगा क्रूड आयल खरीदने और देश में लॉकडाउन के कारण पेट्रोलियम की मांग में भारी गिरावट आने से कंपनी को मार्च तिमाही में 5,185 करोड़ रुपये के भारी नुकसान का सामना करना पड़ा.
घाटे का एक बड़ा कारण यह है कि क्रूड आयल की कीमतों में भारी गिरावट के कारण कंपनी को इन्वेंट्री (जमा कच्चा माल) में भारी नुकसान उठाना पड़ा. कंपनी ने क्रूड आयल लेकर लगभग 45 दिन का भंडारण कर लिया था. इसके बाद क्रूड आयल की कीमतें काफी गिर गई. यानी जब कंपनी ने इस कच्चे तेल को पेट्रोलियम उत्पादों की प्रोसेसिंग के लिए भेजा, तब तक कच्चा तेल बेहद सस्ता हो गया था और कंपनी को इस पर नुकसान झेलना पड़ा.
इसके साथ ही 25 मार्च को लॉकडाउन लगने से लगभग एक सप्ताह तक मार्च तिमाही में तेल की मांग बिल्कुल जमीन पर आ गई थी. वित्त वर्ष 2019-20 की चौथी यानी मार्च तिमाही में कंपनी को कुल 5,185 करोड़ रुपये का बड़ा नुकसान हुआ है. इसके पिछले वर्ष की इसी तिमाही में कंपनी को 6,099 करोड़ रुपये का लाभ हुआ था.
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